मेलबर्न। वित्त मंत्री अरुण जेटली अगले सप्ताह ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष नेताओं और निवेशकों से मिलेंगे और भारत में विदेशी निवेश के लिए आस्ट्रेलिया के नकदी समृद्ध सरकारी कोषों को आकर्षित करेंगे। ऑस्ट्रेलिया में भारत के उच्चायुक्त नवदीप सूरी ने कहा कि अपनी चार दिवसीय आस्ट्रेलिया यात्रा के दौरान जेटली न्यू साउथ वेल्स के प्रधानमंत्री माइक बेयर्ड, विदेश मंत्री जूली बिशप, ट्रेजरर स्कॉट मोरिसन, वित्त मंत्री मैथियास कोरमैन और उर्जा व संसाधन मंत्री जोश फ्राइडेनबर्ग से मुलाकात करेंगे।
सूरी ने कहा कि जेटली आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल से भी मुलाकात कर सकते हैं। जेटली के कार्यक्रम को अति व्यस्त एवं उत्पादक बताते हुए सूरी ने कहा कि यह दौरा हमें विभिन्न स्तरों पर आस्ट्रेलिया के साथ संबंध बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि इन बैठकों के दौरान विनिर्माण, प्रौद्योगिकी, सेवा, वित्तीय एवं सेवानिवृत्ति कोषों सहित विभिन्न क्षेत्रों पर चर्चा होगी और वित्त मंत्री विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों से मिलेंगे। उन्होंने कहा, आस्ट्रेलिया के पास फ्यूचर फंड नाम से एक विशाल सरकारी कोष है और साथ ही इसके पास सेवानिवृत्ति कोष भी है जिसमें अनुमानित 2,000 अरब डालर से अधिक की संपत्ति है।
जेटली 29 मार्च को सिडनी पहुंच रहे हैं और उनके साथ सीआईआई और फिक्की से उच्च स्तरीय भारतीय कारोबारी प्रतिनिधिमंडल भी आ रहा है। प्रतिनिधिमंडल में वित्त मंत्रालय, आरबीआई और सेबी के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के स्तर पर होने वाली बैठकों में विभिन्न क्षेत्रों के द्विपक्षीय रिश्तों पर ध्यान दिया जायेगा जबकि उद्योगपतियों के साथ होने वाली बैठकों में मेक इन इंडिया और भारत में निवेश बढ़ाने के कार्यक्रमों पर गौर किया जायेगा। सूरी ने कहा कि जेटली की यात्रा के दौरान गोलमेज बैठक एक अहम् बैठक होगी। उन्होंने कहा, हमारे अनुमान के मुताबिक इस बैठक में उपस्थित शीर्ष सीईओ और कार्यकारी 1,000 अरब डालर की संपत्ति का प्रतिनिधित्व कर रहे होंगे और इसके अलावा फिक्की का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी इसमें होगा।
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