नई दिल्ली। आकलन वर्ष 2019-20 के लिए आयकरदाताओं ने 31 अगस्त, 2019 तक कुल 5.65 करोड़ इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किए हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल आईटीआर फाइलिंग में 4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। टैक्स डिपार्टमेंट के डाटा के मुताबिक आकलन वर्ष 2018-19 के लिए कुल 5.42 करोड़ रिटर्न फाइल हुए थे।
सरकार ने पिछले साल आकलन वर्ष 2018-19 के लिए रिटर्न फाइल करने की अंतिम तारीख को बढ़ाकर 31 अगस्त, 2018 कर दिया था। वहीं बाढ़ पीढि़त केरल के आयकरदाताओं के लिए आयकर रिटर्न फाइल करने के लिए अंतिम तारीख को बढ़ाकर 15 सितबंर, 2018 तक कर दिया गया था।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (सीबीडीटी) के आंकड़ों के मुताबिक आईटीआर फाइल करने की अंतिम तारीख 31 अगस्त को लगभग 50 लाख लोगों ने अपना टैक्स रिटर्न ऑनलाइन फाइल किया। बयान में कहा गया है कि आईटीआर की ई-फाइलिंग में बहुत अधिक वृद्धि के साथ इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एक इतिहास बनाया है। 31 अगस्त को अकेले रिकॉर्ड 49,29,121 लोगों ने ऑनलाइन आईटीआर फाइल किया है।
27 अगस्त से लेकर 31 अगस्त के दौरान कुल 1,47,82,095 लोगों ने ऑनलाइन टैक्स रिटर्न फाइल किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 42 प्रतिशत की वृद्धि दर को दिखाता है। बयान में कहा गया है कि विभाग सक्रियता से सोशल मीडिया पर आयकरदाताओं से संपर्क कर रहा था और उनकी समस्याओं के समाधान के साथ ही साथ ई-फाइलिंग संबंधी सवालों के जवाब भी दे रहा था।
आकलन वर्ष 2019-20 के लिए आईटीआर फाइल करने की अंतिम तारीख 31 अगस्त थी। बयान में कहा गया है कि प्रति सेकेंड फाइलिंग रेट 196 आईटीआर थी। इसके अलावा डिपार्टमेंट ने बताया कि विभाग की इंफोर्मेशन सिक्यूरिटी टीम ने 2,205 से अधिक मालवेयर अटैक को निष्क्रिय किया, जिनका लक्ष्य अंतिम समय पर विभाग की वेबसाइट को नुकसान पहुंचाना था।
कुल 5.65 करोड़ आईटीआर में से अब तक 3.61 करोड़ को सत्यापित किया जा चुका है। 2.86 करोड़ आयकरदाताओं ने ई-वेरीफिकेशन का विकल्प चुना था, जिसमें से अधिकांश ने आधार ओटीपी का इस्तेमाल किया।
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