नयी दिल्ली। आयकर विभाग कर चोरों के नाम सार्वजनिक करने की अपनी नीति के तहत अब करदाताओं के नाम प्रकाशित कर उन्हें बदनाम करेगा जिन पर पुराना एक करोड़ रुपए या उससे अधिक का कर बकाया है और वे उसे नहीं चुका रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की इकाइयों का नाम सार्वजनिक करने की नीति पर काफी समय से काम चल रहा है और अब इस प्रस्ताव की केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) समीक्षा कर रहा है।
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कुछ माह पहले हुई कर प्रशासकों की बैठक में इस बारे में कार्रवाई योजना पर विचार किया गया। अधिकारियों ने कहा कि सीबीडीटी द्वारा एक बार इस नीति को मंजूरी के बाद ऐसे डिफाल्टरों के नाम प्रमुख दैनिक अखबारों में प्रकाशित किए जाएंगे। संभवत: इन नामों को विभाग के आधिकारिक वेब पोर्टल पर भी डाला जाएगा।
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एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस विषय पर सीबीडीटी तथा आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच अगले कुछ दिन में विचार विमर्श किया जाएगा और उसके बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। इसके तहत प्रस्ताव है कि बड़े डिफॉल्टर्स की तर्ज पर एक करोड़ रुपए या अधिक की आदतन कर चूक करने वालों का नाम भी सार्वजनिक किया जाए। आयकर विभाग ने पिछले साल कर डिफॉल्टर्स का नाम प्रमुख समाचार पत्रों में प्रकाशित कराने का सिलसिला शुरू किया था। अभी तक 67 बड़े डिफॉल्टर्स के नाम प्रकाशित किए जा चुके हैं। इसमें उनका महत्वपूर्ण ब्योरा मसलन पता, पैन कार्ड नंबर, कंपनियों के मामले में शेयरधारकों आदि की जानकारी है।
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