नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) को असम में अपनी बोंगाईगांव रिफाइनरी को बीएस-4 ग्रेड वाले ईंधन के उत्पादन हेतु अपग्रेड करने के लिए पर्यावरण मंत्रालय से मंजूरी हासिल हो गई है। कंपनी इसके लिए 4,185 करोड़ रुपए का निवेश करेगी।
कंपनी अपनी बोंगाईगांव रिफाइनरी को अपग्रेड करना चाहती है क्योंकि सरकार का लक्ष्य प्रदूषण कम करने के लिए पूरे देश में अप्रैल 2020 से बीएस-4 ईंधन के इस्तेमाल को लागू करना है। तेल कंपनियों को तब तक रिटेल बीएस-4 ईंधन की बिक्री के लिए अपने आप को तैयार करना होगा।
बोंगाईगांव रिफाइनरी आईओसी की आठवीं ऑपरेटिंग रिफाइनरी है, यह गुवाहाटी से 200 किलोमीटर दूर चिरांग जिले के धालीगांव में स्थित है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि पर्यावरण मंत्रालय ने अपने एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी की सिफारिश पर आईओसी को बोंगाईगांव रिफाइनरी के पुर्नोत्थान के लिए हरित मंजूरी प्रदान की है। यह मंजूरी कुछ विशेष और सामान्य शर्तों के साथ प्रदान की गई है।
प्रस्ताव के मुताबिक आईओसी क्रूड प्रोसेसिंग क्षमत को 23.5 लाख टन प्रति वर्ष से बढ़ाकर 27 लाख टन प्रति वर्ष करेगी। इसी प्रकार डीजल हाइड्रोट्रीटिंग यूनिट क्षमता को 12 लाख टन प्रति वर्ष से बढ़ाकर 18 लाख टन प्रति वर्ष किया जाएगा। सीआरयू-एमएसक्यू का पुर्नोत्थान किया जाएगा और एक सिलेक्टिव डी-सल्फ्यूरीस्टेशन यूनिट की स्थापना की जाएगी।
प्रस्तावित परियोजना को मौजूदा स्थल पर ही लगाया जाएगा और इसकी लागत तकरीबन 4,185 करोड़ रुपए होगी। कंपनी का दावा है कि बीएस-4 ईंधन नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन को डीजल कार से 68 प्रतिशत और पेट्रोल कार से 25 प्रतिशत कम करने में मदद करेगा।
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