देश के तेल भंडार भरने के लिए IOC को UAE से मिली पहली खेप
सस्ते क्रूड की वजह से सरकार ने भूमिगत तेल भंडार भरने का फैसला लिया है
नई दिल्ली। भारत ने वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के भाव में जारी भारी गिरावट का फायदा उठाते हुए तेल का रणनीतिक तेल-भंडार भरने की पहल की है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से 10 लाख बैरल कच्चे तेल की पहली खेप मंगलूरू पहुंच गयी है। देश में पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति अथवा उनके दाम में किसी भी तरह की बाधा आने अथवा उठापटक होने जैसी स्थिति से निपटने के लिये इन रणनीतिक भंडारों को तैयार किया गया है। तेल कंपनियों से कहा गया है कि वह विश्व बाजार में सस्ते दाम पर उपलब्ध कच्चे तेल की खरीद कर इन रणनीतिक भंडारों को भर दें। कर्नाटक के मंगलूरू और पादुर तथा आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये इन रणनीतिक भंडारों को तैयार किया गया है।
इंडियन आयल के निदेशक रंजन कुमार माहपात्रा ने ट्वीट कर कहा कि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के दिशानिर्देश के तहत इंडियन आयल कच्चे तेल का आयात कर रहा है। सस्ते कच्चे तेल के मौजूदा परिदृश्य का लाभ उठाते हुये इस आयात से भारत के पेट्रोलियम के रणनीतिक आरक्षित भंडार को मजबूत किया जा रहा है। ऐसा 10 लाख बैरल कच्चा तेल मंगलूरू पहुंच चुका है और उसे सुरक्षित भंडार सुविधा में पहुंचाया जा रहा है। इस साल जनवरी के बाद से विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम में 60 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आ चुकी है।