नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल को उम्मीद है कि पेट्रोल और डीजल की मांग पिछले अनुमान के मुकाबले तेजी के साथ महामारी से पहले के स्तर पर पहुंच सकती है। कंपनी की एजीएम के बाद आईओसी के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने ये उम्मीद जताई। हालांकि उन्होने ये भी कहा कि कुछ सेक्टर की तरफ से मांग पर बुरे असर को देखते हुए कंपनी ने अपनी विस्तार योजनाओं की समीक्षा शुरू कर दी है।
संवादाताओं से बात करते हुए चेयरमैन ने कहा कि सितंबर के पहले 15 दिनों में मांग में शानदार सुधार देखने को मिला है, और अगर ये रुख जारी रहता है तो मांग तिमाही के अंदर ही महामारी के पिछले स्तरों पर पहुंच सकती है। हालांकि उन्होने कहा कि जेट फ्यूल की मांग सुस्त बनी हुई है, और सीमित उड़ानों को देखते हुए इसके बारे में अनुमान लगाना काफी मुश्किल है। उन्होने कहा कि “सितंबर के पहले 15 दिन में आईओसी की डीजल बिक्री पिछले महीने की इसी अवधि के मुकाबले 22 फीसदी बढ़ गई है, हालांकि पिछले साल के मुकाबले इसमें 9 फीसदी की गिरावट है। वहीं इस दौरान पेट्रोल की मांग में पिछले महीने के मुकाबले 9 फीसदी और पिछले साल के मुकाबले 1 फीसदी की बढ़त है।
जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ने पर स्थानीय स्तरों पर नए प्रतिबंध लगे थे उसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा था कि पेट्रोल और डीजल की मांग 2021 के पहले 6 महीने के दौरान ही महामारी के पहले के स्तर तक पहुंच सकेगी। लॉकडाउन के दौरान ईंधन की बिक्री में रिकॉर्ड 45.8 फीसदी तक गिरावट देखने को मिली थी। मई के बाद से लॉकडाउन में राहत दी जा रही है, हालांकि कई प्रदेशो में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद स्थानीय स्तरों पर नए प्रतिबंध लगाए गए। जिससे रिकवरी पर असर पड़ा।
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