नई दिल्ली। वर्ष 2017 शेयर बाजार निवेशकों के लिए काफी उत्साहवर्धक रहा। वर्ष के दौरान बंबई शेयर बाजार (बीएसई) के संवेदी सूचकांक में जहां 28 प्रतिशत की जोरदार बढ़त दर्ज की गई वहीं इस दौरान निवेशकों की संपत्ति 45.50 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई।
वर्ष के दौरान बीएसई का सेंसेक्स 7,430.37 अंक चढ़ा। यानी इसमें 27.91 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। बीएसई में सूचीबद्ध 30 प्रमुख कंपनियों के शेयर मूल्य पर आधारित सेंसेक्स 27 दिसंबर को कारोबार के दौरान 34,137.97 अंक के अब तक के सर्वोच्च स्तर को छू गया। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 45,50,867 करोड़ रुपए बढ़कर 1,51,73,867 करोड़ रुपए यानी 2,300 अरब डॉलर हो गया। वर्ष 2017 के अंतिम कार्यदिवस शुक्रवार को सेंसेक्स 208.80 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की जोरदार बढ़त के साथ 34,056.83 अंक पर बंद हुआ।
एंजल ब्रोकिंग के तकनीकी और डेरिवेटिव के मुख्य विश्लेषक समीत च्व्हाण ने कहा कि वर्ष 2017 का आंतिम कार्यदिवस सकारात्मक रुख के साथ समाप्त हुआ। इसके साथ ही वर्ष के समाप्ति पर बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। भारतीय शेयर बाजार के लिए यह साल महत्वपूर्ण रहा, यहां तक कि यह भी कहा जा सकता है कि वैश्विक बाजारों के लिए यह वर्ष उल्लेखनीय रहा। वर्ष के दौरान कई कंपनियां पूंजी बाजार में उतरी। कुल मिलाकर 36 कंपनियों के प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) बाजार में आए और उन्हें निवेशकों का भरपूर समर्थन प्राप्त हुआ।
वर्ष की समाप्ति पर रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) सबसे मूल्यवान कंपनी रही। इसके शेयरों का बाजार पूंजीकरण 5,83,347.34 करोड़ रुपए रहा। इसके बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विस का 5,16,934.22 करोड़ रुपए के साथ स्थान रहा। तीसरे स्थान पर एचडीएफसी बैंक रहा। इसका बाजार पूंजीकरण 4,85,272.61 करोड़ रुपए रहा। इसके बाद आईटीसी रहा जिसका बाजार पूंजीकरण 3,20,730.92 करोड़ रुपए रहा। पांचवें स्थान पर हिन्दुस्तान यूनिलीवर रहा जिसका बाजार पूंजीकरण 2,96,122.31 करोड़ रुपए रहा।
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