नई दिल्ली। निवेशक लगातार गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) से अपना पैसा बाहर निकाल रहे हैं। 2015 में निवेशकों ने 845 करोड़ रुपए ईटीएफ से बाहर निकाले हैं। ये लगातार तीसरा ऐसा साल है, जब निवेशकों ने ईटीएफ से पैसा निकाला हो। हालांकि 2015 में पैसा निकालने की रफ्तार पिछले दो सालों की तुलना में धीमी रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार मंद इक्विटी मार्केट ट्रेंड की वजह से ईटीएफ से पैसा निकालने की रफ्तार धीमी पड़ी है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी से नवंबर के दौरान गोल्ड ईटीएफ से कुल 845 करोड़ रुपया बाहर निकाला गया है। 2014 के दौरान 1651 करोड़ रुपए बाहर निकाले गए थे। 2013 में 1815 करोड़ रुपए निवेशकों ने निकाले थे। 2012 में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ में 1826 करोड़ रुपए का निवेश किया था। इस साल रिटेल निवेशकों ने अपना पैसा इक्विटी और डेट म्यूचुअल फंड्स में लगाया है। इक्विटी और इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम में 87,000 करोड़ और डेट फंड्स में 43,656 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। सोने की कीमतों में गिरावट की वजह से गोल्ड ईटीएफ की चमक फीकी पड़ी है, जबकि इक्विटी ने बेहतर रिटर्न दिया है। बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स पिछले साल जनवरी से नवंबर के दौरान 6 फीसदी चढ़ा है। इस साल नवंबर में गोल्ड फंड्स का असेट बेस घटकर 5830 करोड़ रुपए रह गया है, जो कि दिसंबर 2014 में 7,188 करोड़ रुपए था। म्यूचुअल फंड्स सेक्टर में 14 गोल्ड स्कीम हैं, जो बाजार में 2006-07 से हें।
नई सुविधा से ओमान से भारत मनीऑर्डर भेजना हुआ आसान
ओमान से तुरंत भारत धन भेजने के लिए एक नई सुविधा शुरू की गई है। इसके जरिये प्रवासी भारतीयों को भारत में तुरंत धन हस्तांरित करने में मदद मिलेगी। भारतीय प्रवासी अब भारत में कहीं भी इस सुविधा, फ्लैशरेमिट के जरि स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर के खाते में सीधे धन हस्तांतरित कर सकते हैं। ओमान यूएई एक्सचेंज ने यह सेवा स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर के साथ मिलकर शुरू की है।
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