Women's day 2020 special: मोदी 2.0 में ये 3 महिलाएं हैं बेहद खास, संभाल रखी है बड़ी जिम्मेदारी
मंत्रिमंडल में बेहद अहम जिम्मेदारियां संभाल रही हैं महिलाएं
नई दिल्ली। 8 मार्च यानि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस... बात आधी आबादी के समानता के हक की। मोदी 2.0 में सिर्फ रस्मअदायगी तक सीमित नहीं रहा महिलाओं को समाज में बराबरी का हक देना बल्कि देश में अहम भूमिका निभा रही हैं ये 3 महिलाएं अपने व्यक्तित्व में बेहद खास हैं। महिला दिवस 2020 पर विशेष रूप से हमने महिलाओं की भूमिका पर व्यापक खोजबीन की और निष्कर्ष निकला कि आज शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र राजनीति, सिनेमा, मीडिया, बाजार हो जहां महिलाओं ने अपनी धाक न जमा रखी हो। आप भी जानिए इन खास 3 महिला सांसदों के बारे में, जिन्होंने मोदी 2.0 में अहम जिम्मेदारी संभाल रखी है।
निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त मंत्री
हरसिमरत कौर बादल, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री
श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी, महिला एवं बाल विकास मंत्री तथा कपड़ा मंत्री
टीवी से लेकर मंत्री पद तक सफर स्मृति ईरानी ने ऐसे किया तय
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके संसदीय क्षेत्र यूपी के अमेठी में हराने वाली अभिनेत्री से नेता बनी स्मृति ईरानी मोदी सरकार के अधिक दिखने वाले चेहरों में से एक हैं और उन्हें अक्सर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दृष्टिकोण को साफगोई से रखने के लिए कहा जाता है। 2014 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शमिल हुई ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, बाद में वह कपड़ा मंत्रालय चली गईं साथ ही बीच में, उन्हें सूचना और प्रसारण मंत्रालय की कमान भी दी गई। 23 मार्च 1976 को जन्मीं ईरानी एक पूर्व मॉडल हैं, जो प्रतिष्ठित टीवी शो 'क्यूंकि सास भी कभी बहू थी' में तुलसी विरानी की भूमिका के बाद से मशहूर हुई थीं, वह 2011 में राज्यसभा के लिए चुनी गई थीं। स्मृति ज़ुबिन ईरानी का जन्म 23 मार्च 1976 को दिल्ली में हुआ और उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में ही शिक्षा ग्रहण की।
देश की पहली महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐसे बनाई अपनी जगह
बीजेपी की वरिष्ठ नेता निर्मला सीतारण को मोदी सरकार 2.0 में भी अहम जिम्मेदारी दी गई है। मोदी कैबिनेट में इस बार उन्हें वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। वित्त मंत्रालय की कमान सीतारमण को ऐसे समय में सौंपी गई है जब दुनिया की तमाम एजेंसियां देश की जीडीपी को लगातार घटा रही हैं, और अर्थव्यस्था में सुस्ती का माहौल बना हुआ है। गौरतलब है कि निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्याकाल के दौरान मत्री पद की शपथ अंग्रेजी में शपथ ली थी। 2014 की मोदी सरकार में रक्षा मंत्री रहीं निर्मला सीतारमण उन महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत से बेहद कम समय में अपना एक अलग मुकाम पाया है। रक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने कड़ी चुनौतियों का सामना किया। जब लोकसभा चुनाव 2019 से पहले विपक्ष ने राफेल डील को लेकर उन पर निशाना साधा उस समय भी उन्होंने डट कर मुकाबला किया। तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा रक्षा मंत्री का पद छोड़ने के बाद 3 दिसंबर 2017 को सीतारमण को रक्षा मंत्री बनाया गया। यह देश की पहली पूर्ण कालिक महिला रक्षा मंत्री रहीं। हालांकि उनसे पहले इंदिरा गांधी ने देश के रक्षा की कमान संभाली थी, लेकिन उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए अतिरिक्त प्रभार संभाला था।
हरसिमरत कौर बादल के सामने ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देना है चुनौती
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी हरसिमरत कौर बादल को केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी दी गई है। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर बादल की पत्नी और 5 बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल की बहू कौर लगातार तीसरी बार बठिंडा लोकसभा सीट से जीतने में कामयाब रहीं। वर्ष 2009 में कौर ने कांग्रेस के नेता और वर्तमान में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बेटे रणिइंदर सिंह को एक लाख वोटों के अंतर से हराया था। 2014 में, हरसिमरत कौर ने पंजाब के वित्त मंत्री और अपने बहनोई मनप्रीत सिंह बादल को हराया। किसानों में ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देना और जैविक खाद्य बाजार को रफ्तार देना उनके सामने बड़ी चुनौती है।