ओला-उबर के बीच छिड़ी बादशाहत को लेकर जंग, उपभोक्ताओं का हो रहा है फायदा
टैक्सी बाजार पर बादशाहत कायम करने के दावे भले ओला और उबर अपने-अपने ढंग से कर रहे हों, लेकिन इस बीच यह बात साफ है कि इसमें फायदा अंतत: उपभोक्ता का ही है।
नई दिल्ली। भारत के टैक्सी बाजार पर बादशाहत कायम करने के दावे भले ओला और उबर अपने-अपने ढंग से कर रहे हों, लेकिन इस बीच यह बात साफ है कि कॉम्पटीशन की इस उठापटक में फायदा अंतत: उपभोक्ता का ही है। यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए भारी डिस्काउंट, आकर्षक ऑफर, गाड़ियों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए ड्राइवर्स को अच्छे इन्सेंटिव और आसान किस्तों में गाड़ी उपलब्ध कराने जैसी पेशकश, ये तमाम प्रयास कंपनियों की ओर से अपने-अपने स्तर पर किए जा रहे हैं। जिनके पीछे कंपनी का उद्देश्य पूरे देश में पैर परास कर ज्यादा से ज्यादा एक्टिव यूजर्स का बेस तैयार (User Acqusition) करने का है। इन्ही यूजर्स के बल पर कंपनी की वैल्यूएशन बढ़ती है और मोटी फंडिंग का रास्ता भी साफ होता है।
UBER ने किया 30 दिनों में ओला को पछाड़ देने का दावा
उबर के एशिया बिजनेस प्रेसिडेंट इरिक एलेक्जेंडर ने हाल में मीडिया को दिए एक इंटरव्यु में कहा कि अगले 30 दिनों में उबर मार्केट शेयर के मामले में ओला को पछाड़ देगी। उनका कहना था कि पिछले साल जनवरी में टैक्सी बाजार में उबर का हिस्सा महज 5 फीसदी था, जो अब बढ़कर 50 फीसदी के आसपास है। ऐसे में अगले कुछ ही दिनों में उबर मार्केट शेयर के मामले में ओला को पछाड़ देगी।
‘माइक्रो’ हथियार से OLA का पलटवार
ओला के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर और कैटेगरी हेड रघुवेश सरूप के मुताबिक तीन हफ्ते पहले कंपनी की ओर से शुरू की गई नई कैटेगरी माइक्रो अकेले उबर की कुल रोजाना बुकिंग का 50 फीसदी के बराबर पर है। उनके मुताबिक जिस रफ्तार से इस सेगमेंट ने ग्रोथ दिखाई है वह असल में कंपनी (ओला) की कुल ग्रोथ से भी ज्यादा है। कंपनी की ओर से शुरू की गई इस नई कैटेगरी में 50 रुपए के न्यूनतम किराए और 6 रुपए किलोमीटर की दर से कंपनी किराया वसूलती है। जो किसी भी कैटेगरी में सबसे कम है।
ओला के सीनीयर डायरेक्टर (मार्केटिंग एंड कम्युनिकेशन) आनंद सुब्रामण्यन का कहना है कि कंपनी ग्राहकों की जरूरत को अच्छे से समझती है और उसी के मद्देनजर कंपनी ने माइक्रो सर्विस की शुरुआत की है। उबर के दावे पर जबाव देते हुए सुब्रामण्यन ने कहा कि इस तरह के हल्के दावों पर ध्यान नहीं देना चाहिए, उनके मुताबिक उबर की तुलना में ओला का मार्केट शेयर 75 फीसदी है।
ग्राहकों को फायदा
दोनों ही कंपनियां ग्राहकों को रिझाने के लिए रोज नए-नए ऑफर्स दे रही हैं। ऐसे में डिस्काउंट पर राइड, पहली यात्रा फ्री, किसी दूसरे व्यक्ति को ओला या उबर का रिफ्रेंस शेयर करने पर 150 रुपए का डिस्काउंट, कोड शेयर करने पर बिल में 25 से 50 फीसदी की छूट आदि ऐसे तमाम डिस्काउंट कंपनियों की ओर से रोजाना आधार पर ग्राहकों को दिए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में अगर बादशाहत की इस जंग में कंपनियां अपने वर्चस्व की लड़ाई लड़ती हैं तो ऐसे में ग्राहकों को इसका सीधा फायदा निश्चित मिलेगा।