नई दिल्ली। बोर्ड में हुए उथल-पुथल से हाल ही में उभरने के बाद Infosys ने कहा है कि वह अगले एक-दो सालों तक हर साल 6,000 इंजीनियर्स की भर्ती जारी रखेगी। पिछले वित्त वर्ष में भी कंपनी ने इतने ही नए इंजीनियर्स को भर्ती किया था। देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विसेस कंपनी अमेरिका और यूरोप में भी नए अवसरों को भुनाने और वीजा संबंधी मुद्दों से निपटने के लिए अपनी भर्ती प्रक्रिया को तेज करेगी।
इंफोसिस के अंतरिम सीईओ और एमडी यूबी प्रवीण राव ने इनवेस्टर मीट में कहा कि हम नई भर्तियां जारी रखेंगे। इस साल, जो लगभग पूरा होने वाला है, हमनें शुद्ध रूप से 6,000 नए लोगों को अपने साथ जोड़ा है। हमें उम्मीद है कि अगले एक और दो सालों में हम इतने ही और नए इंजीनियर्स की भर्ती करेंगे। पिछले कुछ महीनों से कॉरपोरेट गवर्नेंस की अनदेखी और 20 लाख करोड़ डॉलर के पनाया अधिग्रहण से जुड़ी अनियमितताओं को लेकर इसके संस्थापकों और बोर्ड सदस्यों के बीच तनातनी चल रही थी। इसके चलते तत्कालीन सीईओ विशाल सिक्का के साथ ही पूर्व चेयरमैन आर सेशषायी समेत तीन अन्य बोर्ड मेंबर्स को भी इस्तीफा देना पड़ा।
राव ने कहा कि हर साल 10 लाख ग्रेजुएट पासआउट होते हैं, जो कि एक बहुत बड़ी संख्या है लेकिन इसमें से केवल 20-30 प्रतिशत के पास ही गुणवत्तापूर्ण कौशल होता है। जून 2017 के अंत तक इंफोसिस के कुल कर्मचारियों की संख्या 1,98,553 थी। इस तिमाही में इंफोसिस ने 8,645 लोगों को भर्ती किया है।
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