इंफोसिस बनाएगी दुनिया का सबसे ऊंचा क्लॉक टावर, लंदन का बिग बेन भी इसके सामने पड़ेगा बौना
आईटी कंपनी इंफोसिस दुनिया का सबसे ऊंचा क्लॉक टावर बनाने की तैयारी कर रही है। कंपनी इसे अपने मैसूर के 345 एकड़ के एजुकेशन सेंटर में स्थापित करेगी।
नई दिल्ली। आईटी कंपनी इंफोसिस दुनिया का सबसे ऊंचा क्लॉक टावर बनाने की तैयारी कर रही है। कंपनी इसे अपने मैसूर के 345 एकड़ के एजुकेशन सेंटर में स्थापित करेगी। इस क्लॉक टावर की ऊंचाई 135 मीटर प्रस्तावित है। जो कि दुनिया के दूसरे प्रसिद्ध क्लॉक टावर्स लंदन के बिग बेन (96 मीटर), कैलिफोर्निया के हूवर टावर (87 मीटर) और कॉर्नेल के मैक्ग्रा टावर (53 मीटर) के मुकाबले कहीं विशाल है। कंपनी के मुताबिक यह क्लॉक टावर गोथिक स्टाइल बनाया जाएगा। जबकि इस एजुकेशन सेंटर की अन्य इमारतें क्लासिकल लुक में दिखेंगी।
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19 मंजिला होगा क्लॉक टावर
कंपनी के मुताबिक इसमें 19 मंजिलें होंगी और 7वीं मंजिल पर बोर्ड रूम होगा। इसे 22X22 मीटर के बेस पर खड़ा किया जाएगा। कंपनी का अनुमान है कि इसे बनाने में करीब 60 करोड़ रुपए की लागत आएगी और 20 महीने का समय लगेगा। कंपनी के फाउंडर और पूर्व चेयरमैन एन आर नारायण मूर्ति के मुताबिक क्लॉक टावर के बिना मैसूर ट्रेनिंग सेंटर अधूरा है और इसे कैंपस में एक तरह से शैक्षिक वातावरण का अनुभव होता है। विशाल सिकिका को भी यह आइडिया बेहद अच्छा लगा।इस कैंपस में स्विंनिंग पूल, फूड कोर्ट, मूवी हॉल आदि होंगे। इसके लिए 1 लाख एंट्री लेवल इंजिनियर्स को ट्रेन किया है और एक समय में इससें 15 हजार ट्रेनी आ सकते हैं।
तस्वीरों में दुनिया के क्लॉक टावर
World's tallest clock towers
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हफीज कॉन्ट्रेक्टर ने डिजाइन किया है क्लॉक टावर
मुंबई के प्रसिद्ध डिजाइनर हफीज कॉन्ट्रैक्टर ने इंफोसिस के मैसूर कैंपस को डिजाइन किया था। अब उन्होंनें क्लॉक टावर भी डिजाइन किया है। न्यूयॉर्क की स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स की कंपनी एलईआरए इस टावर के लिए स्ट्रक्चरल कंसल्टेंसी सर्विसेज देगी जबकि इस टावर को बेंगलुरु की केईएफ इंफ्रा बना रही है। आश्चर्य की बात है कि केईएफ इंफ्रा दो साल पुराना कंस्ट्रक्शन स्टार्टअप है जिसे केरल में जन्मे और दुबई के इंजीनियर फैजल ई कॉटिकोलोन ने शुरु किया था। यह कंपनी तमिलनाडू के कृष्णागिरि में ढ़ाचे को प्री कास्ट करेगी और मैसूर में एसेंबल करेगी। कंपनी के एग्जेक्यूटिव वाइस प्रजिडेंट रामदास कामथ ने बताया कि इंफोसिस को इस प्रोजेक्ट के लिए अधिकांश मंजूरियां मिल चुकी हैं। इंफोसिसके रेजिडेंट आर्किटेक्ट के पी नागराज ने बताया कि हम परंपरा औप आधुनिक प्रोद्योगिकी के मेल जोल से बनाएंगे। इसकी चारों दिवारों पर बड़े डिजिटल स्क्रीन लगाएं जाएंगे। जिसके जरिए विशेष अवसरों पर टेक्स्ट मैसेज भेजें जाएंगे।