नई दिल्ली। इंफोसिस के नए चेयरमैन नंदन नीलेकणि ने शुक्रवार को अपना कामकाज संभाल लिया। कंपनी के नवनियुक्त चेयरमैन नंदन नीलेकणि ने यहां अपनी अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, बोर्ड कंपनी में पूर्ण स्थिरता लाने पर केंद्रित है। इसने अपनी निदेशकों की समिति को यही काम दिया है कि वह अक्टूबर तक कंपनी की रणनीति नए सिरे से तय करने के लिए सीईओ व प्रबंधन के साथ काम करे।
उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य सहमति बनाना और कंपनी में स्थिरता लाना है। नए चेयरमैन की अध्यक्षता में इंफोसिस बोर्ड ने कहा कि उसका इरादा कभी भी कंपनी के संस्थापक सदस्य एनआर नारायणमूर्ति को दुख पहुंचाना नहीं था। नीलेकणि ने कहा कि वह 20 करोड़ डॉलर की पनाया खरीदारी के बारे में कथित गड़बड़ी की जांच को लेकर पूरी जानकारी लेंगे। नंदन नीलेकणि ने कहा वह छोटे और बड़े निवेशकों से इंफोसिस में कंपनी संचालन से जुड़े मुद्दों पर उनके विचार जानेंगे।
उन्होंने कहा, भिन्न हालात में काम करने का उनका रिकॉर्ड है। कंपनी ने कहा है कि बोर्ड भविष्य पर ध्यान देगा और वह अच्छे कंपनी संचालन के सिद्धातों को लेकर प्रतिबद्ध है। कंपनी का यह बयान नीलेकणि ने पढ़ा। बयान के अनुसार पनाया की 20 करोड़ डॉलर की खरीद में कथित गड़बड़ी की जांच का पूरा ब्यौरा निलेकणि को दिया जाएगा। इसके अनुसार इस मामले में उचित कार्रवाई का फैसला किया जाएगा लेकिन इसका कोई और ब्यौरा नहीं दिया गया है।
बोर्ड ने भूतकाल में नारायणमूर्ति के साथ विभिन्न वैचारिक मतभेदों को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और कहा है कि उसकी मूर्ति को पीड़ा पहुंचाने की कोई मंशा नहीं थी।
नीलेकणि इंफोसिस को बुरे दौर से बाहर लाने का नेतृत्व करेंगे : मजूमदार-शॉ
इंफोसिस के निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशक किरण मजूमदार-शॉ ने कहा कि हर किसी को विश्वास है कि नंदन नीलेकणि इंफोसिस को उसके बुरे दौर से बाहर लाने का नेतृत्व करेंगे।
उन्होंने कहा, बोर्ड का सर्वसम्मति से किया गया निर्णय नीलेकणि को गैर-कार्यकारी निदेशक नियुक्त करना हम सभी के उनके नेतृत्व की विश्वसनीयता में विश्वास को दर्शाता है, जो इंफोसिस को इस बुरे दौर से बाहर ले जाएगा।
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