नई दिल्ली। वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि भारत में खुदरा मुद्रास्फीति अभी और कम होगी तथा अगले साल मार्च तक यह 4.5 से 4.75 प्रतिशत के दायरे में रहेगी।
उसका मानना है कि मुद्रास्फीति में नरमी के मद्देनजर भारतीय रिजर्व बैंक नीतिगत ब्याज दर में इसी वित्त वर्ष के दौरान 0.25 से 0.5 प्रतिशत तक की और कटौती कर सकता है।
- कंपनी की एक अनुसंधान रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च 2017 को समाप्त होने वाली तिमाही की खुदरा मुद्रास्फीति (सीपीआई) के बारे में अनुमान 4.5 से 4.75 प्रतिशत है।
- यह रिजर्व बैंक के पांच प्रतिशत के अनुमान से कम है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि रिजर्व बैंक ने वास्तिविक ब्याज दर 1.25 प्रतिशत रखने का जो लक्ष्य रखा है, उससे लगता है कि मार्च 2017 तक नीतिगत दर में 0.25 से 0.50 प्रतिशत तक की कटौती की जा सकती है।
- रिजर्व बैंक ने इस महीने की शुरूआत में मौद्रिक नीति समीक्षा में अपनी फौरी ब्याज दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया था।
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