नई दिल्ली। भारतीय इंडस्ट्री उम्मीद है कि इस साल के अंत तक उनकी बिक्री और मुनाफे में बढ़ोतरी होगी। एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि वृहद स्तर पर आर्थिक स्थिति में सुधार से कंपनियों को भी अपनी बिक्री और मुनाफे में सुधार की उम्मीद है। एसोचैम बिजकॉन सर्वेक्षण में हालांकि कहा गया है कि अभी क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल नहीं होने की वजह से निजी क्षेत्र का निवेश कमजोर रहेगा। सर्वेक्षण में कहा गया है कि 65.5 फीसदी कंपनियों को दिसंबर तक वृहद आर्थिक मानकों में सुधार की उम्मीद है।
एसोचैम के महासचिव डी एस रावत ने कहा, सर्वेक्षण से पता चलता है कि अगले छह महीनों में चीजें कैसी रहेंगी। यदि मानसून के बाद उपभोक्ता कीमतें कम होती हैं, तो हम ब्याज दरों में कमी की उम्मीद भी कर सकते हैं।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि 69 फीसदी लोगों का मानना है कि व्यक्तिगत कंपनी के स्तर पर संभावनाएं बेहतर होंगी, जिससे आगामी दो तिमाहियों में कंपनियों की आय बढ़ेगी। सर्वेक्षण से हालांकि पता चलता है कि उद्योग का खुद की निवेश योजना पर भरोसा नहीं है। 37.9 फीसदी लोगों की राय है कि घरेलू निवेश या तो बढ़ेगा या छोटी अवधि में इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। सर्वेक्षण में कहा गया है कि महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा तथा जिंस क्षेत्रों में ऊंचे ऋण की स्थिति अभी कायम रहेगी।
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