इंडिगो ने घटाया अपने आईपीओ का आकार, गंगवाल परिवार बेचेगा कम हिस्सेदारी
इंटरग्लोब एविएशन ने सोमवार की रात अपने आईपीओ का आकार 200 करोड़ रुपए घटाकर 3000 करोड़ रुपए करने की घोषणा की है।
नई दिल्ली। लॉ कॉस्ट एयरलाइन इंडिगो की ऑपरेटर कंपनी इंटरग्लोब एविएशन ने सोमवार की रात अपने आईपीओ का आकार 200 करोड़ रुपए घटाकर 3000 करोड़ रुपए करने की घोषणा की है। इसके एक प्रमोटर गंगवाल परिवार ने आईपीओ में अपनी हिस्सेदारी कम बेचने की बात कही है। इस वजह से कंपनी को आईपीओ का आकार घटाना पड़ा है।
कंपनी के प्रमोटर आईपीओ के तहत ऑफर फॉर सेल में अब केवल 2.3 करोड़ शेयर ही बिक्री के लिए रखेंगे, जबकि पहले इसके तहत 2.61 करोड़ शेयर की बिक्री का प्रस्ताव था। यह निर्णय सोमवार को मुंबई में रोडशो शुरू होने के कुछ घंटों बाद कंपनी मैनेजमेंट ने लिया। कंपनी ने रोड शो के दौरान बताया कि वह 26,112,000 शेयर की बिक्री के जरिये 1272.2 करोड़ रुपए जुटाएगी।
ऑफर फॉर सेल के तहत इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज 3,290,419 शेयर, राहुल भाटिया 3,006,000 शेयर, राकेश गंगवाल 3,759,638 शेयर और शोभा गंगवाल और अन्य द्वारा 2,227,316 शेयरों की बिक्री की जाएगी।
सूत्रों ने बताया कि गंगवाल परिवार ने बिक्री के लिए अपने शेयरों की संख्या घटाने का फैसला किया है। इसके परिणामस्वरूप कुल ओएफएस का आकार घटकर 2.3 करोड़ शेयर रह गया है। इंटरग्लोब ने आईपीओ के लिए अपना प्राइस बैंड 700-765 रुपए प्रति शेयर तय किया है। इस हिसाब से पहले की संख्या के आधार पर आईपीओ की राशि के आकार का अनुमान 3268 करोड़ रुपए था, जो अब घटकर 3000 करोड़ रुपए रह गया है।
इंटरग्लोब एविएशन ने कहा है कि उस पर कुल 3912 करोड़ रुपए का कर्ज है और वह आईपीओ से मिलने वाली कुल रकम में से 1166 करोड़ रुपए का कर्ज उतारेगी। कंपनी के अध्यक्ष आदित्य घोष ने बताया कि कंपनी पर वर्किंग कैपिटल या नॉन-एयरक्राफ्ट खरीद संबंधी कोई कर्ज नहीं है। उन्होंने कहा कि 3912 करोड़ रुपए का कुल कर्ज केवल एयरक्राफ्ट खरीद से संबंधित है। कंपनी ने हाल ही में अपने प्रमोटर्स को 1500 करोड़ रुपए का डिवीडेंड देने की घोषणा की है। पिछले नौ सालों में से सात साल से कंपनी प्रॉफिट में है। इंडिगो मुनाफे में चलने वाली देश की कुछ चुनी हुई एयरलाइंस कंपनियों में से एक है।
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