मार्च-अप्रैल में पूूरी तनख्वाह देने के बाद Indigo ने मई से वेतन कटौती की फिर की घोषणा
रोनोजॉय दत्ता ने कहा कि हमारे पास अब कोई और विकल्प नहीं है इसलिए मई से वेतन कटौती का निर्णय लागू होगा।
नई दिल्ली। अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती का फैसला वापस लेने के बाद घरेलू निजी एयरलाइन कंपनी इंडिगो ने अब एक बार फिर कर्मचारियों के वेतन में कटौती करने की घोषणा की है। इंडिगो के सीईओ रोनोजॉय दत्ता ने कर्मचारियों को भेजे एक ई-मेल में कहा है कि हमने मार्च और अप्रैल में पूरी तनख्वाह दी, लेकिन मई से वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में कटौती करनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि मई, जून और जुलाई माह के लिए सीमित, ग्रेड स्तर पर बिना वेतन के अवकाश कार्यक्रम के तहत कर्मचारियों के वेतन में कटौती होगी।
रोनोजॉय दत्ता ने कहा कि हमारे पास अब कोई और विकल्प नहीं है इसलिए मई से वेतन कटौती का निर्णय लागू होगा। उन्होंने कहा कि बिना वेतन अवकाश कर्मचारी ग्रुप के आधार पर 1.5 से 5 दिन का होगा। लेवल ए कर्मचारी, जिनकी संख्या सबसे अधिक है, इससे प्रभावित नहीं होंगे। इससे पहले अप्रैल में, कंपनी ने वेतन कटौती के फैसले को वापस ले लिया था, जो उसने मार्च में लिया था। कंपनी ने यह फैसला सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान वेतन न काटने के आग्रह करने के बाद लिया था।
इंडिगो के अलावा स्पाइसजेट और गो एयर ने भी या तो वेतन में कटौती की है या अपने कर्मचारियों के बड़े हिस्से को बिना वेतन के अवकाश पर भेज दिया है। सभी एयरलाइंस कंपनियां इस समय भारी नकदी संकट से जूझ रही हैं। कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में लागू लॉकडाउन की वजह से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें पूरी तरह से बंद हैं।
कोविड-19 संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन है। इसके चलते लोगों की आवाजाही पर पाबंदी है। विमानन उद्योग को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ई-मेल संदेश के मुताबिक दत्ता ने कहा कि हमने मार्च और अप्रैल में कर्मचारियों का पूरा वेतन दिया। अब हमारे पास मूल रूप से घोषित वेतन कटौती को मई 2020 से लागू करने के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचा है।
इंडिगो ने 19 मार्च को वरिष्ठ अधिकारियों के वेतन में कटौती की घोषणा की थी। लेकिन सरकार की अपील को ध्यान में रखते हुए उसने इसे 23 अप्रैल को इसे वापस ले लिया। दत्ता ने अपने संदेश में कहा, वेतन कटौती के साथ-साथ हमें एक और कड़ा कदम उठाना पड़ रहा है। हम मई, जून और जुलाई में श्रेणीबद्ध तरीके से लोगों को सीमित बिना वेतन की छुट्टी पर भी भेजेंगे। उन्होंने कहा कि बिना वेतन की ये छुट्टियां कर्मचारियों की श्रेणी के हिसाब से डेढ़ दिन से लेकर पांच दिन तक होंगी। इस पूरी प्रक्रिया में हम ये ध्यान रखेंगे कि हमारे ‘ए’ श्रेण्री के कर्मचारियों पर कोई प्रभाव ना पड़े जो हमारे कार्यबल का सबसे बड़ा हिस्सा हैं।
कंपनी की ओर से 19 मार्च को घोषित नीति के मुताबिक दत्ता खुद के वेतन में 25 प्रतिशत की सबसे अधिक कटौती करेंगे। वहीं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के वेतन में भी श्रेणीबद्ध तरीके से कटौती की जानी है। इसके हिसाब से वरिष्ठ उपाध्यक्ष और उससे ऊपर के स्तर पर कर्मचारियों के वेतन में 20 प्रतिशत, उपाध्यक्ष और विमान चालक दल कर्मचारियों के वेतन में 15 प्रतिशत, सहायक उपाध्यक्ष, डी-श्रेणी और इस स्तर के चालक दल कर्मचारियों के वेतन में 10 प्रतिशत और सी-श्रेणी पर पांच प्रतिशत की वेतन कटौती की जानी है।