मुंबई। किफायती यात्री विमानन कंपनी इंडिगो का परिचालन करने वाली इंटरग्लोब एविएशन के मुनाफे में वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में 96.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जिसका मुख्य कारण ईंधन की उच्च कीमतें और भारतीय मुद्रा के विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव है। एयरलाइन के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि में एयरलाइन का मुनाफा गिरकर 27.8 करोड़ रुपए रहा, जोकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 811.1 करोड़ रुपए था। समीक्षाधीन तिमाही में एयरक्राफ्ट फ्यूल खर्च 54.4 प्रतिशत बढ़कर 2,715.60 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 1759.2 करोड़ रुपए था।
हालांकि समीक्षाधीन तिमाही में किफायती विमानन कंपनी के राजस्व में 13.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जोकि 6,512 करोड़ रुपए रही, जबकि इसके पिछले साल की समान तिमाही में यह 5,752.9 करोड़ रुपए थी।
कंपनी ने बताया कि 30 जून को खत्म हुई तिमाही में उसके कुल खर्च में 13.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जोकि 6,512 करोड़ रुपए रही, जबकि वित्त वर्ष 2017-18 की समान तिमाही में कंपनी का खर्च कुल 5,792.9 करोड़ रुपए था।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी के कुल खर्च में 40.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जोकि 6,787 करोड़ रुपए रही, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 4,831.2 करोड़ रुपए थी।
इंडिगो के सह-संस्थापक और अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल भाटिया ने एक बयान में कहा कि समीक्षाधीन अवधि हालांकि हमारे लिए काफी चुनौतीपूर्ण रही, लेकिन हमने अपनी दीर्घकालिक योजनाओं पर काम जारी रखा। हमने नए मार्गों पर अपनी क्षमता बढ़ाई और कई नए घरेलू गंतव्य में सेवाएं शुरू की, साथ ही कई अंतराष्ट्रीय गंतव्यों को भी भारत के विभिन्न शहरों से जोड़ा।
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