इंडिगो का 3000 करोड़ रुपए का आईपीओ आया बाजार में, जानिए कुछ जरूरी बातें
इंटरग्लोब एविएशन, जो नो-फ्रिल एरलाइन इंडिगो का संचालन करती है, 27 अक्टूबर को अपने इनीशियल पब्लिक ऑफर के जरिये प्राइमरी मार्केट में कदम रखने जा रही है।
नई दिल्ली। इंटरग्लोब एविएशन, जो नो-फ्रिल एरलाइन इंडिगो का संचालन करती है, 27 अक्टूबर को अपने इनीशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) के जरिये प्राइमरी मार्केट में कदम रख दिया है। कंपनी ने अपने प्रांरभिक शेयर के लिए 700-765 रुपए का प्राइस बैंड तय किया है। इस प्राइसबैंड के ऊपरी स्तर पर कंपनी ने बाजार से 3000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बनाई है।
इंडिगो ने घटाया अपने आईपीओ का आकार, गंगवाल परिवार बेचेगा कम हिस्सेदारी
फायदे में चलने वाली दो घरेलू एयरलाइंस में से एक इंडिगो है और दूसरी है गोएयर। इंडिगो की शुरुआत 2006 में हुई थी। इसके दो प्रमोटर हैं राकेश गंगवाल और राहुल भाटिया। इन दोनों की इंडिगों में संयुक्त रूप से 94 फीसदी हिस्सेदारी है। राकेश गंगवाल यूएस एयरवेज ग्रुप के पूर्व सीईओ हैं। वर्तमान में केवल दो घरेलू एयरलाइंस जेट एयरवेज और स्पाइसजेट शेयर बाजार में लिस्टेड हैं, जबकि बंद पड़ी किंगफिशर के शेयरों में ट्रेडिंग पर सेबी ने रोक लगा रखी है।
इंडिगो के आईपीओ में अपना निवेश करने से पहले हम आपको यहां एयरलाइंस और इस इंडस्ट्री से जुड़ी कुछ बातें बता रहे हैं, जो फैसला लेने में मददगार हो सकती हैं।
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- इंडिगो 2009 से लगातार फायदे में रहने वाली एयरलाइन है, लेकिन चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में कंपनी का नेटवर्थ 139.4 करोड़ रुपए गिरावट के साथ निगेटिव में आ गया है। हालांकि कंपनी का कहना है कि उसके पास 3600 करोड़ रुपए का कैश रिजर्व मौजूद है।
- पिछले तीन सालों में इंडिगो का यह आईपीओ सबसे बड़ा आईपीओ है। 27 अक्टूबर को आइपीओ खुलेगा और 29 अक्टूबर को बंद होगा। प्राइस बैंड 700-765 रुपए प्रति शेयर है। ऊपरी स्तर पर कंपनी ने 3000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बनाई है।
- पिछले दो वित्त वर्षों के दौरान प्रमोटर्स को भारी डिवीडेंड का भुगतान किया गया है। वित्त वर्ष 2014-15 के लिए प्रमोटर्स को पिछले साल की तुलना में तीन गुना ज्यादा डिवीडेंड दिया गया है, जिसके लिए कंपनी की आलोचना हो रही है।
नोट: डिवीडेंट और प्रॉफिट करोड़ रुपए में।
मैनेजमेंट का कहना है कि उसने पहली बार डिवीडेंड का भुगतान नहीं किया है। कंपनी हर साल डिवीडेंट देती है। 2012 को छोड़कर कंपनी ने हर साल डिवीडेंड का भुगतान किया है और यह कंपनी की परंपरा है।
- भारत का एयर ट्रेवल मार्केट दुनिया का नौवां सबसे बड़ा मार्केट है और 2020 तक इसके दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा एयर ट्रेवल मार्केट बनने का अनुमान है।
- ट्रेवल एंड टूरिज्म की जीडीपी में हिस्सेदारी 2024 तक बढ़कर 6.8 फीसदी होने का अनुमान है, जो 2013 में जीडीपी का 6.2 फीसदी था।
- इंडिगो के पास अभी 97 एयरक्राफ्ट हैं और इसने 430 और एयरक्राफ्ट का ऑर्डर दे रखा है। वित्त वर्ष 2015-16 की पहली तिमाही में इंडिगो का शुद्ध मुनाफा 640 करोड़ रुपए रहा है और इसका कुल राजस्व 4317 करोड़ रुपए रहा है।