नई दिल्ली। चालू फसल वर्ष में चीनी उत्पादन 2.51 करोड़ टन रह जाने का अनुमान है। उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में उत्पादन में अनुमानित गिरावट इसकी मुख्य वजह बताई गई है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
फसल वर्ष 2015-16 (अक्तूबर से सितंबर) में अप्रैल महीने के अंत तक देश में कुल चीनी उत्पादन 2.46 करोड़ टन हुआ था जो पिछले वर्ष के मुकाबले 11 फीसदी कम है। एस एंड पी ग्लोबल प्लेट्स की एक इकाई, किंग्समैन की एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है, भारत के मामले में हमने अपने 2015-16 के अनुमान को 2.56 करोड़ टन से कम कर 2.51 करोड़ टन किया है। अनुमान के अनुसार मुख्य गिरावट उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में आयेगी।
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किंग्समैन ने कहा है कि चालू फसल वर्ष के लिए देश भर में उत्पादन का काम लगभग पूरा हो गया है। पिछले वर्ष जहां 97 मिलें पेराई कर रही थीं वहीं इस साल केवल 48 चीनी मिलें ही पेराई गतिविधियों को चला रही हैं।
चीनी उद्योगों के प्रमुख संगठन इस्मा ने भी कम गन्ने की उपलब्धता के कारण उत्पादन अनुमान को संशोधित कर 2.5 करोड़ टन किया है। इससे पूर्व केन्द्र सरकार ने चीनी के बढ़ते दाम पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से व्यापारियों को निर्देश दिया कि वे कोलकाता में 10,000 क्विंटल और देश के अन्य भागों में 5,000 क्विंटल से अधिक चीनी का स्टॉक न रखें।
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