नई दिल्ली। भारत की अब तक की सबसे बड़ी Spectrum नीलामी, जहां 5.63 लाख करोड़ रुपए की मोबाइल एयरवेज को बिक्री के लिए रखा गया है, आज से शुरू हो गई है। रिलायंस जियो, वोडाफोन, आइडिया सेल्यूलर और भारती एयरटेल जैसे प्रमुख ऑपरेटर्स जैसे प्रमुख ऑपरेटर्स इस नीलामी में भाग ले रहे हैं।
टाटा टेलिसर्विसेस, रिलायंस कम्यूनिकेशंस और एयरसेल भी स्पेक्ट्रम खदीदने की होड़ में शामिल हैं। इससे पहले 2010 में 2100 मेगाहर्ट्ज बैंड में 3जी एयरवेज के लिए नीलामी आयोजित की गई थी, जो 34 दिन तक चली थी। सभी स्पेक्ट्रम नीलामी एक समान मॉडल पर आयोजित की गई हैं। टेलीकॉम डिपार्टमेंट प्रति दिन शाम को दैनिक नीलामी का परिणाम जारी करेगा।
सात बैंड 700 मेगाहर्ट्ज, 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज और 2500 मेगाहर्ट्ज में 2,354.55 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को नीलामी के लिए रखा गया है। इन रेडियोवेज को 2जी, 3जी और हाई-स्पीड 4जी मोबाइल सर्विस के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- जियो, एयरटेल और आरकॉम के पास पूरे देश में 4जी स्पेक्ट्रम हैं।
- वोडाफोन और आइडिया के पास अपने 4जी सर्विस को शुरू करने के लिए स्पेक्ट्रम प्राप्त करने का अच्छा अवसर है।
- आइडिया के पास 22 सर्किल में से केवल 10 में ही 4जी स्पेक्ट्रम है।
- वोडाफोन के पास केवल 9 सर्किल में ही 4जी सर्विस के लिए स्पेक्ट्रम है।
- सरकार ने 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड में स्पेक्ट्रम के लिए 2,873 करोड़ रुपए कीमत तय की है।
- 900 मेगाहर्ट्ज के लिए रिजर्व प्राइस 3,341 करोड़ रुपए है।
- 800 मेगाहर्ट्ज के लिए 5,819 करोड़ और 2100 मेगाहर्ट्ज के लिए 3,746 करोड़ रुपए है रिजर्व प्राइस।
- 700 मेगाहर्ट्ज के लिए 11,485 करोड़ और 2300 व 2500 मेगाहर्ट्ज के लिए 817 करोड़ रुपए है रिजर्व प्राइस।
- प्रीमियम 700 मेगाहर्ट्ज बैंड में प्रति मेगाहर्ट्ज 11,485 करोड़ रुपए है रिजर्व प्राइस।
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