लंदन। भारत दुनिया में स्कॉच व्हिस्की के सबसे तेजी से बढ़ते आयातक बाजारों में से एक बन गया है। भारत को स्कॉच व्हिस्की का निर्यात 28 प्रतिशत बढ़कर 4.3 करोड़ पौंड हो गया है।
स्कॉच व्हिस्की एसोसिएशन (एसडब्ल्यूए) के आंकड़ों के अनुसार 4.1 करोड़ बोतलों के साथ भारत स्कॉच का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात बाजार बन गया है। भारत में स्कॉच बिक्री में 41 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस मामले में फ्रांस पहले, जबकि अमेरिका दूसरे स्थान पर है। एसोसिएशन के अनुसार, भारत को निर्यात मूल्य के हिसाब से 28 प्रतिशत बढ़क 4.3 करोड़ पौंड रहा।
इसके अनुसार विदेशों में बिकने वाली स्कॉच व्हिस्की की मात्रा में 2013 के बाद पहली बार बढ़ोतरी हुई है और इसमें बड़ा योगदान भारत को निर्यात में अच्छी खासी वृद्धि का है। इसके साथ ही एसोसिएशन ने स्कॉच व्हिस्की के लिहाज से भारतीय बाजार में उपलब्ध संभावनाओं के समुचित दोहन की मांग की है। एसोसिएशन चाहती है कि भारत में शराब (लिकर) पर सीमा शुल्क में कमी करवाने में ब्रिटेन की सरकार मदद करे।
हेन्केन ने यूबीएल में 152 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे
हेन्केन इंटरनेशनल बीवी ने यूनाइटेड ब्रेवरीज में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। हेन्केन बीयर बनाने वाली कंपनी ने यूनाइटेड ब्रेवरीज के 152 करोड़ रुपए के शेयर खुले बाजार के सौदे के जरिये खरीदे। इन शेयरों की खरीद निजी क्षेत्र के बैंक यस बैंक से की गई। बीएसई के आंकड़ों के अनुसार हेन्केन इंटरनेशनल ने यूबीएल के 18,54,785 शेयर या 0.7 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी। इन शेयरों की खरीद 819.5 रुपए के औसत मूल्य पर की गई। यूनाइटेड ब्रेवरीज किंगफिशर बियर बनाती है।
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