सिंगापुर। चालू वित्त वर्ष में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 402.5 अरब डॉलर पहुंचा गया है। बैंक ऑफ सिंगापुर (डीबीएस) ने कहा कि यह स्तर बाहरी उतार-चढ़ाव से मुकाबला करने की दृष्टि से पर्याप्त दिखता है।
भारत की अर्थव्यवस्था पर अपनी रिपोर्ट में डीबीएस ने कहा है कि वर्ष 2013 में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के बांड खरीद क्रार्यक्रम को हल्का करने की बात से मची वैश्विक अफरातफरी के दौरान जो बात देखी गई थी उसकी तुलना में इस समय भारत बेहतर स्थिति में है। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सितंबर 2017 के अंत में रिकॉर्ड उच्च स्तर 402.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। 2013 में यह 275 अरब डॉलर था।
सिंगापुरी बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत का विदेशी भंडार अमेरिका में बांड खरीद कार्यक्रम को हल्का करने के उस हंगामे के बाद से बढ़ा है। इसके बढ़ने के पीछे विदेशी पोर्टफोलियो निवेश, कुल निवेश में वृद्धि और चालू खाता घाटा के कम होना है।
अप्रैल-सितंबर में गोल्ड ईटीएफ से 388 करोड़ रुपए की हुई निकासी
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) का निवेश विकल्प के रूप में आकर्षण घट रहा है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-सितंबर छमाही में गोल्ड ईटीएफ से 388 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी हुई। पिछले चार वित्त वर्षों से गोल्ड ईटीएफ से लगातार निकासी का सिलसिला चल रहा है।
वित्त वर्ष 2016-17 में गोल्ड ईटीएफ से 775 करोड़ रुपए की निकासी हुई। 2015-16 में इससे 903 करोड़ रुपए निकाले गए। 2014-15 में गोल्ड ईटीएफ से 1,475 करोड़ रुपए तथा 2013-14 में 2,293 करोड़ रुपए की निकासी हुई।
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