नई दिल्ली। भारत से होने वाला वाहन निर्यात अप्रैल 15.87 फीसदी गिरकर 2.44 लाख यूनिट रह गया। ऐसा अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के प्रमुख विदेशी बाजारों में मांग में नरमी बरकरार रहने के मद्देनजर हुआ। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सियाम) के ताजा आंकड़े के मुताबिक घरेलू उद्योग ने पिछले साल के इसी महीने 2.90 लाख यूनिट्स का निर्यात किया।
सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने कहा, मुझे लगता है कि कुल मिलाकर निर्यात घटा है। ऐसा लगता है कि हर खंड में गिरावट हुई है और ऐस मुख्य तौर पर इसलिए है कि फिलहाल अफ्रीकी और लैटिन अमेरिकी बाजारों में बहुत सी चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि जिंस निर्यात में गिरावट, कच्चे तेल में नरमी के कारण अफ्रीकी बाजारों में आय घटी है। माथुर ने कहा, इधर लैटिन अमेरिका में उनकी विनिमय दर मुद्रास्फीति से बुरी तरह प्रभावित हुई है। इसलिए वहां लोगों की खरीद शक्ति घटी है। भारत के वाहन उद्योग के लिए मेक्सिको, अर्जेंटीना, नाइजीरिया और अल्जीरिया कुछ सबसे बड़े निर्यात बाजारों में से हैं।
इसे वैश्विक चुनौती करार देते हुए माथुर ने कहा, हमें इसके लिए इंतजार करना होगा और देखना होगा कि क्या होता है। मुझे नहीं लगता कि फौरन निकट भविष्य में उच्च सकारात्मक परिदृश्य दिख रहा है क्योंकि मूलभूत ढांचागत चीजें होनी हैं। अप्रैल में देश से तिपहिया वाहन निर्यात सबसे अधिक प्रभावित रहा और निर्यात 61.86 प्रतिशत घटकर 18,135 इकाई रहा जो पिछले साल की इसी अवधि में 47,548 इकाई था।
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