नई दिल्ली। गर्मी का पारा चढ़ते ही देश के सभी 91 प्रमुख जलाशयों में पानी का स्तर घटकर उनकी कुल भंडारण क्षमता के 24 फीसदी पर आ गया है। केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, 7 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान इन सभी जलाशयों में 37.92 अरब घन मीटर (बीसीएम) पानी की उपलब्धता रही। इन जलाशयों की कुल क्षमता 157.799 बीसीएम की है। मंत्रालय ने कहा कि पानी का यह स्टॉक पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 31 फीसदी कम है। साथ ही यह स्टॉक, समान अवधि के लिए 10 साल के औसत से भी 23 फीसदी कम है। ऐसे में सूखे की मार झेल रहे महाराष्ट्र जैसे राज्यों की मुश्किलें और बढ़ने वाली है।
इन राज्यों के जलाशयों में पानी का गिरा स्तर
हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना, पंजाब, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, राजस्थान, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल में प्रमुख जलाशयों में 2015 की तुलना में जल का स्तर कम दर्ज किया गया है।
आंध्र प्रदेश और त्रिपुरा में बढ़ा पानी का स्टॉक
केवल दो राज्यों- आंध्र प्रदेश और त्रिपुरा में पिछले साल की तुलना में बेहतर भंडारण दर्ज किया गया है। देश में सभी जलाशयों (छोटे, मध्यम और प्रमुख जलाशयों) की अनुमानित जल भंडारण क्षमता 253.88 बीसीएम है। प्रमुख जलाशयों की कुल संख्या में से 37 जलाशयों पर पनबिजली संयंत्र लगे हैं जिनकी स्थापित क्षमता 60 मेगावाट से अधिक है।
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