नई दिल्ली। वहीं इसका असर ईकॉमर्स कंपनियों पर भी पड़ रहा है। ट्रकों की हड़ताल की वजह से माल का ट्रांसपोर्ट अटक रहा है। जिसकी वजह से डिलिवरी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें कि भारत में ट्रकों की देश व्यापी हड़ताल 20 जुलाई से शुरू हुई है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) द्वारा केंद्र और राज्य सरकार द्वारा डीजल पर लगने वाले टैक्स को हटाने की मांग को लेकर यह हड़ताल बुलाई गई है। वहीं हड़ताल शुर होने से ठीक पहले ही फ्लिपकार्ट और अमेजन की वार्षिक सेल भी खत्म हुई हैं। इन सेल में भारी मात्रा में मिले ऑर्डर की डिलिवरीज़ अब अटक गई है।
समाचार एजेंसी रायटर्स की खबर के मुताबिक अमेजन के प्रवक्ता ने कहा है कि हड़ताल की वजह से कुछ शहरों में डिलिवरी की व्यवस्था प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि हम इस पर गहराई से नज़र रखे हुए हैं और ग्राहकों को जल्द से जल्द डिलिवरी का प्रयास कर रहे हैं। वहीं स्नैपडील के मुताबिक इस हड़ताल से उसके उत्तरी एवं पश्चिमी भारत की डिलिविरी प्रभावित हुई है।
वस्तुओं की सप्लाई भी प्रभावित
हड़ताल की वजह से विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के अलावा उद्योगों को भी कच्चे माल की कमी का सामना करना पड़ रहा है। कॉटन एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल गणात्रा के मुताबिक कच्चे माल की कमी के कारण कॉटन जिनिंग इकाइयों ठप पड़ रही है। कच्चे माल की सप्लाई ठप है। यदि समय पर माल न मिला तो समय पर सप्लाई न कर पाने के कारण विदेशों से प्राप्त ऑर्डर के कैंसल होने का खतरा भी पैदा हो गया है। इसके अलावा दिल्ली और मुंबई सहित अन्य शहरों में सब्जियों और किराने की सप्लाई में भी बाधा पहुंच रही है।
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