मुंबई। निर्यात क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए वाणिज्य मंत्रालय घरेलू मुद्रा के अवमूल्यन का प्रस्ताव कर सकता है। इस तरह के समाचार आने के बीच अमेरिकी डॉलर की ताजा मांग से रुपया 67 रुपए प्रति डॉलर के मनोवैग्यानिक स्तर से नीचे 13 पैसे की गिरावट दर्शाता दो सप्ताह के निम्न स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के अंत में रुपया 67.02 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो 30 अगस्त के बाद का इसका न्यूनतम स्तर है। वाणिज्य मंत्रालय कम होते माल एवं सेवा निर्यात को बढ़ाने के लिए एक रणनीति पर काम कर रहा है जिसमें वित्त मंत्रालय को रपये का अवमूल्यन करने का प्रस्ताव भी शामिल है। इस खबर से सुबह के कारोबार में रुपए में अचानक गिरावट आई।
हालांकि, बाद में वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि रुपए के अवमूल्यन की कोई योजना नहीं है और इसका मूल्य बाजार से निर्धारित होना जारी रहेगा। इस स्थिति में भारी गिरावट को रोकने के लिए केन्द्रीय बैंक की ओर से संदिग्ध हस्तक्षेप के बीच वित्त मंत्रालय का बयान आने से रुपए को कुछ हद तक अपनी खोई जमीन हासिल करने में मदद मिली। अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रपया 66.88 रुपए प्रति डॉलर पर मामूली तेज खुला और आरंभिक डॉलर बिकवाली से कारोबार के दौरान दिन के उच्चतम स्तर 66.82 रुपए प्रति डॉलर तक चढ़ गया। लेकिन बाद में इसे झटका लगा और अंत में यह 13 पैसे अथवा 0.19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.02 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। कल यह तीन पैसे की गिरावट के साथ 66.89 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। वैश्विक मोर्चे पर प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर थोड़ा मजबूत बंद हुआ।
बंबई शेयर बाजार का सूचकांक आज 40.66 अंक की तेजी दर्शाता 28,412.9 अंक पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी सूचकांक 15.95 अंक की तेजी के साथ 8,742.55 अंक पर बंद हुआ। इस बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने आज के कारोबार के लिये डालर-रपये की संदर्भ दर 67.0248 रपये प्रति डॉलर और यूरो-रपये के लिये 75.3627 रपये प्रति यूरो निर्धारित की थी। अन्तरबैंक मुद्रा कारोबार में पौंड, यूरो और जापानी येन के मुकाबले रुपए में गिरावट आई।
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