अडाणी पोर्ट्स, रिलायंस पावर और इंडियन ओवरसीज बैंक के नतीजे घोषित, जानिये कैसा रहा प्रदर्शन
तिमाही के दौरान इंडियन ओवरसीज बैंक की एसेट क्वालिटी बेहतर रही है। बैंक इसी तिमाही के दौरान ही रिजर्व बैंक की पीसीए लिस्ट से भी बाहर निकला है
नई दिल्ली। आज अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड, रिलायंस पावर और इंडियन ओवरसीज बैंक ने अपने नतीजे जारी किये। जहां एक तरफ अडाणी पोर्ट्स और रिलायंस पावर के आंकड़ों में दबाव देखने को मिला है। वहीं इंडियन ओवरसीज बैंक का शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक हो गया है।
कैसे रहे अडाणी पोर्ट्स के नतीजे
अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने बुधवार को बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 30.51 प्रतिशत घटकर 968.34 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,393.69 करोड़ रुपये था। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में उसकी कुल एकीकृत आय बढ़कर 4,066.78 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 3,423.16 करोड़ रुपये थी। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी का कुल व्यय बढ़कर 2,509.81 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 1,622.78 करोड़ रुपये था।
कैसे रहे रिलायंस पावर के नतीजे
रिलायंस पावर को सितंबर में समाप्त तिमाही में एकीकृत आधार पर 49.05 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। आमदनी में गिरावट की वजह से कंपनी को घाटा उठाना पड़ा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 105.67 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। बीएसई को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय घटकर 1,886.82 करोड़ रुपये रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 2,626.49 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी का चालू वित्त वर्ष में अपना कर्ज का बोझ 3,200 करोड़ रुपये कम करने का इरादा है। रिलायंस समूह की इकाई रिलायंस पावर देश की निजी क्षेत्र की प्रमुख बिजली उत्पादक और कोयला संसाधन कंपनी है। निजी क्षेत्र में कंपनी के पास बिजली परियोजनाओं के सबसे बड़े पोर्टफोलियो में से है। इनमें कोयला, गैस, जलविद्युत और अक्षय ऊर्जा परियोजनाएं शामिल है। कंपनी की परियोजनाओं की क्षमता 5,945 मेगावॉट है।
कैसे रहे इंडियन ओवरसीज बैंक के नतीजे
सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) का चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही का शुद्ध लाभ दोगुना से अधिक होकर 376 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 148 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन अवधि के दौरान बैंक आईओबी रिजर्व बैंक की त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) से भी बाहर आया। बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में उसकी कुल आय 5,376 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी अवधि में 5,431 करोड़ रुपये थी। संपत्ति के मामले में बैंक ने शुद्ध गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) को लेकर अच्छा प्रदर्शन किया। 30 सितंबर, 2021 तक कुल ऋण पर बैंक का शुद्ध एनपीए 2.77 प्रतिशत रहा, जो एक साल पहले 4.30 प्रतिशत था। आईओबी ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘शुद्ध एनपीए 2.77 प्रतिशत है जो आरबीआई के निर्धारित दिशानिर्देशों के भीतर है।’’