#Monsoon2017: दो दिन पहले केरल पहुंचेगा मानसून, IMD ने कहा- परिस्थिति अनुकूल समय पर होगी बारिश
IMD ने कहा कि देश में दक्षिण पश्चिमी मानसून की रफ्तार लगातार तेज हो रही है और यह तय समय से दो दिन पहले यानी 30 मई को केरल तट पर दस्तक दे सकता है।
नई दिल्ली। IMD (भारतीय मौसम विभाग) ने मंगलवार को कहा कि देश में दक्षिण पश्चिमी मानसून की रफ्तार लगातार तेज हो रही है और यह तय समय से दो दिन पहले यानी 30 मई को केरल तट पर दस्तक दे सकता है। आपको बता दें कि केरल में मानसून के पहुंचने की तारीख एक जून है।सामान्य मानसून से ग्रामीण मांग में आएगी तेजी, रिजर्व बैंक कर सकता है नीतिगत दरों में कटौती
30 मई को केरल पहुंचेगा मानसून
IMD ने इस वर्ष सामान्य बारिश होने का अनुमान जताया है। इसने कहा कि दक्षिण पश्चिम मानसून अंडमान सागर के ऊपर पहुंच चुका है। मानसून अंडमान में तय समय से तीन दिन पहले 14 मई को पहुंच गया। आईएमडी ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने की स्थिति ठीक प्रतीत हो रही है। आईएमडी ने कहा, दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में 30 मई को दस्तक दे सकता है।यह भी पढ़े:सामान्य मानसून से कृषि जीडीपी की वृद्धि दर 3-4 प्रतिशत रहने का अनुमान, किसानों की बढ़ेगी आय
12 साल में 11 बार सही रहा अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक- 4 दिन के फर्क के साथ दिया गया मानसून का अनुमान पिछले 12 साल (2005-2016) में 11 बार सही साबित हुआ है।
- सन 2012 मानसून पहुंचने का अनुमान 1 जून था, बारिश 5 जून से शुरू हुई।
- सन 2013 में 3 जून का अनुमान था लेकिन दो दिन पहले ही मानसून पहुंच गया था।
- सन 2014 में अनुमान 5 जून का था। बारिश 6 जून को शुरू हुई।
- सन 2015 में अनुमान गलत निकला। अनुमान 30 मई का दिया गया था हालांकि बारिश 5 दिन बाद 5 जून को हुई।
- सन 2016 में भी मानसून एक दिन देरी से आया था। मौसम विभाग ने 7 जून का अनुमान दिया था। हालांकि, बारिश 8 जून से शुरू हुई थी।
केरल में मानसून पहुंचने के मायने
केरल में मानसून के पहुंचने का अपना अलग महत्व है। इससे पता चलता है कि भारतीय उपमहाद्वीप में मानसून की बारिश कितनी जल्दी आ रही है। केरल में मानसून के दस्तक देने की सामान्य तिथि 1 जून है।यह भी पढ़े:2017-18 के लिए धान की MSP 80 रुपए बढ़ाने की तैयारी में सरकार, किसानों को मिलेगा 1550 रुपए का भाव
मानसून अपडेट (#Monsoon2017)
इस समय मानसून की स्थिति की बात करें तो यह अंडमान निकोबार में पहुंच चुका है। ऐसा कहा जा रहा है कि दक्षिण पश्चिम मानसून के लिए स्थितियां काफी अनुकूल हैं। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि अगले दो-तीन दिनों में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी हिस्से और अंडमान सागर के बचे हुए भागों में मानसून दस्तक दे देगा। इस बार अंडमान निकोबार में मानसून ने 14 मई को ही दस्तक दे दी थी और उसके बाद से ही इसकी स्थिति मजबूत बनी हुई है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग का कहना है कि इस बार दक्षिण भारत में समय से पहले मानसून दस्तक दे देगा।
सरकार ने की तैयारी
इस साल उम्मीद के विपरीत मानसून और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारियों को लेकर केन्द्र सरकार ने मंगलवार को राज्य सरकारों के राहत आयुक्तों के साथ बैठक की। गृह मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी बयान के मुताबिक बैठक में महर्षि दक्षिण-पश्चिमी मानसून के सक्रिय होने से उपजे अनपेक्षित हालात से राज्य सरकारों द्वारा निपटने की तैयारियों की समीक्षा हुई। इसके अलावा बैठक में आपदा प्रबंधन से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई। बैठक में सभी राज्य और केन्द्र शासित राज्यों की सरकारों के राहत आयुक्त और आपदा प्रबंधन सचिवों ने हिस्सा लिया।