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अमेरिका रियल्‍टी बाजार में भारतीय हैं तीसरे सबसे बड़े निवेशक, भारत में मकानों की बिक्री 2015 में 4% घटी

अमेरिका के रियल्‍टी बाजार में कनाडा और चीन के बाद भारत के नागरिक तीसरे सबसे बड़े निवेशक हैं। अमेरिका में भारतीयों का कुल निवेश 8 अरब डॉलर का है।

अमेरिका रियल्‍टी बाजार में भारतीय हैं तीसरे सबसे बड़े निवेशक, भारत में मकानों की बिक्री 2015 में 4% घटी- India TV Paisa अमेरिका रियल्‍टी बाजार में भारतीय हैं तीसरे सबसे बड़े निवेशक, भारत में मकानों की बिक्री 2015 में 4% घटी

नई दिल्‍ली। अमेरिकी रियल्‍टी बाजार में कनाडा और चीन के बाद भारत के नागरिक तीसरे सबसे बड़े निवेशक हैं। अमेरिका में भारतीयों का कुल निवेश 8 अरब डॉलर का है। ब्रोकरेज फर्म सूथबाइज इंटरनेशनल रीयल्टी ने गुरुवार को यह जानकारी दी है।

ब्रोकरेज फर्म ने कहा है कि इसके अलावा, लंदन में 25 फीसदी अंतरराष्ट्रीय रियल एस्टेट बाजार भारतीयों से जुड़ा है, जहां उनका निवेश करीब एक अरब पौंड है। भारतीयों ने दुबई के रीयल एस्टेट बाजार में अकेले 2015 की पहली छमाही में ही दो अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है। अमेरिका स्थित सूथबाइज इंटरनेशनल रियल्‍टी के अध्यक्ष व सीईओ फिलिप ए. व्हाइट ने बताया कि अमेरिका में रह रहे भारतीय अमेरिका में करोड़पतियों के सबसे बड़े समूहों में से एक हैं।

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पिछले साल 8 शहरों में मकानों की बिक्री 4 फीसदी घटी 

भारत में रियल एस्टेट बाजार में मांग नरम रहने के चलते 2015 में देश के प्रमुख आठ शहरों में मकानों की बिक्री 4 फीसदी तक घटकर 2,63,720 यूनिट की रही, जोकि 2010 के बाद सबसे कम है। प्रॉपर्टी कंसल्टेंट नाइट फ्रैंक ने गुरुवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) सतत रूप से भारत में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला क्षेत्र रहा, जहां बिक्री और नए मकानों की पेशकश छह साल के निचले स्तर पर रही।

आठ प्रमुख शहरों एनसीआर, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद और अहमदाबाद में 2015 में नए मकानों की लॉन्चिंग 21 फीसदी घटकर 2,44,944 यूनिट रही। वहीं स्‍टॉक में पड़े मकानों की संख्या 2014 के 7.15 लाख यूनिट से घटकर 2015 में 6.91 लाख यूनिट की रही।

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