मुंबई। भारतीय कंपनियों की बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ECB) अप्रैल महीने में तीन गुना से अधिक बढ़कर 1.30 अरब डॉलर हो गई। 2016 की समान अवधि में यह विदेशी उधारी 30.457 करोड़ डॉलर थी। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि उधारी का एक बड़ा हिस्सा नई परियोजनाएं शुरू करने के लिए लिया गया है।
वहीं भारतीय कंपनियों ने अप्रैल 2017 में रुपए में अंकित बांड्स के माध्यम से अतिरिक्त 39.453 करोड़ डॉलर की राशि जुटाई है। सरकार ने पिछले साल सितंबर में ही रुपए में बांड्स जारी करने को अनुमति दी थी।
स्वत: माध्यम से जेएसडब्ल्यू स्टील ने 50 करोड़ डॉलर का ऋण जुटाया है, जबकि एचपीसीएल-मित्तल एनर्जी ने 37.2 करोड़ डॉलर का विदेशी ऋण हासिल किया। पूर्व मंजूरी के माध्यम से एस्सार शिपिंग अकेली ऐसी कंपनी है जिसने कैपिटल गुड्स के आयात के लिए 3.926 करोड़ डॉलर की राशि जुटाई है। विदेशों में रुपए में अंकित बांड्स जारी करने वाली कंपनियों में एनटीपीसी (31 करोड़ डॉलर), निसान रेनॉल्ट फाइनेंशिय सर्विसेस (6.2 करोड़ डॉलर) और यूसी वेब मोबाइल (2.248 करोड़ डॉलर) शामिल हैं।
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