दुनिया भर में बजा भारतीय प्रोडक्ट का डंका, अगस्त महीने में 19.21 प्रतिशत बढ़ा निर्यात
देश का निर्यात अगस्त में तीन महीने की सबसे अच्छे प्रदर्शन के साथ 27.84 अरब डालर पहुंच गया।
नई दिल्ली। देश का निर्यात अगस्त में तीन महीने की सबसे अच्छे प्रदर्शन के साथ 27.84 अरब डालर पहुंच गया। अगस्त माह में पेट्रालियम उत्पादों, इंजीनियरिंग, औषधि तथा रत्न एवं आभूषण जैसे क्षेत्रों के अच्छे आंकड़ों की बदौलत निर्यात में वृद्धि 19.21 प्रतिशत रही। कच्चे तेल के आयात में वृद्धि के कारण आयात भी अगस्त महीने में 25.41 प्रतिशत बढ़कर 45.24 अरब डालर पहुंच गया।
अगस्त से पहले मई में निर्यात में इससे अच्छी 20.18 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़े के अनुसार अगस्त महीने में व्यापार घाटा 17.4 अरब डालर रहा जो पिछले साल इसी महीने में 12.72 अरब डालर था। जुलाई महीने में व्यापार घाटा पांच साल के उच्च स्तर 18.02 अरब डालर पर पहुंच गया था। पेट्रोलियम उत्पादों, इंजीनियरिंग, औषधि तथा रत्न एवं आभूषण का निर्यात अगस्त महीने में क्रमश: 43.25 प्रतिशत, 31.81 प्रतिशत, 28.52 प्रतिशत तथा 34.76 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अगस्त महीने में तेल आयात 51.62 प्रतिशत बढ़कर 11.83 अरब डालर जबकि गैर-तेल आयात 18.17 प्रतिशत बढ़कर 33.41 अरब डालर रहा।
सोने का आयात अगस्त महीने में 92.62 प्रतिशत बढ़कर 3.64 अरब डालर रहा। ऐसा लगता है कि रुपये की विनिमय दर में लगातार गिरावट से निर्यात को मदद मिल रही है। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के दौरान निर्यात 16.13 प्रतिशत बढ़कर 136.09 अरब डालर रहा जबकि आयात इस दौरान 17.34 प्रतिशत बढ़कर 216.43 अरब डालर रहा।
वित्त वर्ष 2018-19 के पहले पांच महीने में व्यापार घाटा 80.35 अरब डालर रहा जो पिछले साल इसी महीने में 67.27 अरब डालर था। इस अवधि में तेल आयात 53.35 प्रतिशत बढ़कर 58.81 अरब डालर तथा गैर-तेल आयात 7.84 प्रतिशत बढ़कर 157.62 अरब डालर रहा। रुपये की विनिमय दर में गिरावट तथा 70 के स्तर से नीचे आने का एक प्रमुख कारण व्यापार घाटा बढ़ना है। अमेरिकी डालर के मुकाबले रुपया आज 71.84 के स्तर पर बंद हुआ।