नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी फिच का अनुमान है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष 2020-21 में 5 प्रतिशत की गिरावट आएगी। फिच ने कहा है कि बहुत कठोर राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियों में मंदी के कारण अर्थव्यवस्था में यह गिरावट आएगी। फिच ने यह भी कहा है कि यह लॉकडाउन उम्मीद से काफी लंबे समय तक चला है।
मई के लिए अपने ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक में फिच ने अनुमान जताया है कि अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2021-22 में 9.5 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी। अप्रैल के अंत में वैश्विक रेटिंग एजेंसी द्वारा अनुमानित 0.8 प्रतिशत वृद्धि से 5 प्रतिशत संकुचन का पूर्वानुमान तेज गिरावट है।
एजेंसी ने कहा कि अप्रैल मध्य से कोरोना वायरस संक्रमण में तेजी आने और इसे रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से अर्थव्यवस्था की वृद्धि पर विपरीत असर पड़ा है।
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