नई दिल्ली। नोटबंदी की वजह से सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का ताज गंवाने के बाद भारत फिर से फास्टेस्ट ग्रोथ वाली इकोनॉमी बनेगा। अग्रेजी समाचार एजेंसी रॉयटर्स की तरफ से किए गए सर्वे के मुताबिक इस साल भारतीय इकोनॉमी फिर से दुनिया की सबसे तेज बढ़ने वाली इकोनॉमी बन जाएगा। सर्वे के मुताबिक गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) के लागू होने और आने वाले दिनों में ब्याज दरों में कटौती की संभावना से भारतीय इकोनॉमी को सहारा मिलेगा और ग्रोथ में इजाफा होगा।
सर्वे के मुताबिक मार्च में खत्म होने वाले वित्तवर्ष 2017-18 में भारत की GDP ग्रोथ 7.3 फीसदी रह सकती है। इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड ने 7.2 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान लगाया है। भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ चीन से बेहतर रहने का अनुमान है। सर्वे के मुताबिक दिसंबर में खत्म होने वाले कैलेंडर वर्ष 2017 में चीन की आर्थिक ग्रोथ 6.6 फीसदी रहेगी।
इस साल मानसून सामान्य से बेहतर होने का अनुमान लगाया जा रहा है जिस वजह से खाद्यान्न उत्पादन एक बार फिर से रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचेगा और अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। भारत की जीडीपी में एग्रीकल्चर सेक्टर का करीब 16 फीसदी योगदान है और देश की आधी से ज्यादा आबादी को इसी सेक्टर से रोजगार मिलता है।
रिपोर्ट के मुताबिक महंगाई में कमी की वजह से अगस्त के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कुछ कटौती कर सकता है जिससे इकोनॉमी को और सहारा मिलेगा।
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