नई दिल्ली। बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच की रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक भारतीय ई-कॉमर्स इंडस्ट्री का कारोबार 220 अरब डॉलर (14.57 लाख करोड़ रुपए) का हो सकता है। यह आंकड़ा कितना बड़ा है, इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि एशिया के 15 देशों की कुल जीडीपी को मिला दें तो भी इससे कम है। बैंक ने छह महीने में दूसरी बार अपने अनुमान को बढ़ाया है। इससे पहले बैंक ने 200 अरब डॉलर का अनुमान लगाया था। वर्तमान में देश का ऑनलाइन कारोबार सिर्फ 11 अरब डॉलर का (72,853 करोड़ रुपए) है। यानी अगले 10 साल में ई-कॉमर्स का कारोबार 20 गुना बढ़ सकता है। यह अनुमान ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (जीएमवी) के आधार पर है।
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच का अनुमान अगर सही हो जाता है तो ई-कॉमर्स इंडस्ट्री अफगानिस्तान, नेपाल और कंबोडिया जैसे देशों की जीडीपी से ज्यादा हो जाएगी। Tradingeconomics के मुताबिक नीचे दिए चार्ट में शामिल 15 देशों की संयुक्त जीडीपी 191 अरब डॉलर की है, जबकि बैंक ऑफ अमेरिका ने भारतीय ई-कॉमर्स इंडस्ट्री के 220 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है।
10 नवंबर को जारी बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच की रिपोर्ट के मुताबिक प्रमुख रूप से तीन कारणों के चलते 6 महीने में दूसरी बार अनुमान बढ़ाया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक देश में टेलिकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार और बढ़ रही जागरुकता के कारण ऑनलाइन सर्विस को अपनाना और सुविधा की बेहतर किस्म बढ़ते कारोबार की मुख्य वजह हैं।
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय ई-कॉमर्स कंपनियों के ऐप डाउनलोड की संख्या तेजी से बढ़ी है। नीचे दिए गए टेबल से आपको पता चल जाएगा कि इन कंपनियों के ऐप को लोग गूगल प्ले-स्टोर से कितनी तेजी से डाउनलोड कर रहे हैं।
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Source: Quartz India
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