It’s a miracle: देश में हार्ट सर्जरी को किफायती बनाकर एक डॉक्टर ने खड़ी कर दी 6800 करोड़ रुपए की कंपनी
भारत जैसे देश में, जहां नौ लाख डॉक्टरों की लंबी-चौड़ी फौज हो, वहां 62 वर्षीय देवी प्रसाद शेट्टी ने हार्ट सर्जरी के क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम बनाया है।
नई दिल्ली। भारत जैसे देश में, जहां नौ लाख डॉक्टरों की लंबी-चौड़ी फौज हो, वहां 62 वर्षीय देवी प्रसाद शेट्टी ने अपना एक अलग मुकाम बनाया है। अपने तीस साल के कॅरियर में शेट्टी ने 15,000 से भी ज्यादा हार्ट सर्जरी की हैं, जिसमें 1992 में की गई भारत की पहली नियोनेटल कार्डिक सर्जरी भी शामिल है। आज डॉक्टर शेट्टी का नाम भारतयी शेयर बाजार में एक तूफान लाने के लिए चर्चा में है। 15 साल पहले बेंगलुरु में शुरू हुए नारायण हृदयालय ने अब एक बड़ी कंपनी का रूप ले लिया है। 6 जनवरी को नारायण हृदयालय लिमिटेड के शेयर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट हुए। एनएसई पर नारायण हृदयालय के शेयरों की 16.4 फीसदी के प्रीमियम के साथ 291 रुपए प्रति शेयर के भाव पर लिस्टिंग हुई है। नारायण हृदयालय ने लिस्टिंग के लिए 250 रुपए प्रति शेयर का इश्यू प्राइस तय किया था। पहले दिन बीएसई पर इसका शेयर 336.70 रुपए पर बंद हुआ।
नारायण हृदयालय की वैल्यू 6880 करोड़ रुपए
शेयर लिस्टिंग के बाद नारायण हृदयालय की वैल्यु 6,880 करोड़ रुपए हो गई है। शेट्टी और उनकी पत्नी शकुंतला के पास 62 करोड़ डॉलर से ज्यादा की हिस्सेदारी है। शेट्टी के पास कंपनी में कुल 62 फीसदी हिस्सेदारी है। नरायण हृदयालय भारत में 23 अस्पताल, 8 हार्ट सेंटर और 24 प्राइमरी केयर हॉस्पिटल का संचालन करती है। सेबी के पास जमा प्रोस्पेक्ट्स के मुताबिक पिछले साल इसने 19.7 लाख मरिजों का इलाज किया था। एक अंग्रेजी पत्रिका को दिए इंटरव्यू में शेट्टी ने कहा था कि भारत को इलाज के लिए 30 लाख नए बिस्तरों की जरूरत है। फिलहाल देश में हेल्थकेयर की पहुंच कुल आबादी के 10 से 15 फीसदी हिस्से तक ही है। सरकार अकेले इतने सारे नए बिस्तर का इंतजाम नहीं कर सकती, इसलिए प्राइवेट सेक्टर को आगे आना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बिना वित्तीय सहायता के हम पर्याप्त हेल्थकेयर मुहैया नहीं करा सकते हैं।
सबसे सस्ती इंश्योरेंस स्कीम की थी डिजाइन
डॉक्टर शेट्टी ने 2003 में दुनिया की सबसे सस्ती कॉम्प्रेहेंसिव इंश्योरेंस स्कीम डिजाइन की थी। इसका नाम यशस्विनी को-ऑपरेटिव फार्मर्स हेल्थ केयर स्कीम था, जो गरीब किसानों को 805 सर्जिकल प्रोसिजर्स के लिए केवल 18 रुपए महीने में कवर उपलब्ध कराती थी। अपनी इस सेवा के लिए शेट्टी को वर्ष 2012 में देश के तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्मा भूषण से नवाजा गया था।
माने जाते हैं हार्ट सर्जरी के हेनरी फोर्ड
भारत में शेट्टी हार्ट सर्जरी के हेनरी फोर्ड माने जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके अस्पतालों ने एक दिन में बहुत अधिक सफल हार्ट सर्जरी का रिकॉर्ड बनाया है। वर्ष 2015 में फोर्ब्स ने बताया कि कैसे शेट्टी के अस्पतालों ने भारत में हार्ट सर्जरी को किफायती बना दिया है। नारायण हृदयालय 24.9 लाख रुपए अस्पताल के एक बेड पर खर्च करती है। कंपनी दावा करती है कि ये किसी अन्य अस्पताल के खर्च करने कि तुलना में सबसे कम है। नारायण हृदयालय खर्च इसलिए कम रखने में सक्षम है क्योंकि यह ज्यादातर मैनेजमेंट और इक्विपमेंट पर ही खर्च करती है, जबकि अन्य अस्तपाल जमीन और बिल्डिंग पर सबसे ज्यादा खर्च करते हैं। 23 अस्पतालों में से नारायण हृदयालय केवल चार का ही मालिक है। कुल मिलाकर आज अस्पतालों में 5,442 बेड हैं। 2009 में वॉल स्ट्रीट जनरल को दिए इंटरव्यू में शेट्टी ने कहा था कि हेल्थ केयर में आप एक बड़ी चीज करके और उसके दाम नहीं घटा सकते। हमें 1000 छोटी चीजें करनी पड़ती हैं। आज एक सामान्य हार्ट ऑपरेशन नारायण हृदायालय में 53 हजार रुपए में हो जाता है, जो कि लोगों के वहन करने योग्य है।
पिता चलाते थे रेस्त्रां
शेट्टी का जन्म 1953 में कर्नाटक के किन्निगोली गांव में हुआ था। इनके पिता एक रेस्त्रां चलाते थे। नौ भाई-बहनों में शेट्टी आठवें नंबर के हैं। शेट्टी ने चिकित्सा की पढ़ाई मैंगलोर के कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज से की। इसके बाद कार्डिक सर्जरी की पढ़ाई लंदन से की। साल 1990 में शेट्टी कोलकता वापस आए और बीएम बिड़ला अस्पताल के डायरेक्टर बने। अपने ससुर की मदद से वर्ष 2001 तक शेट्टी ने बेंगलुरु में 25 एकड़ जगह में नारायण हृदयालय की स्थापना कर ली थी।
भारत में बढ़ रही है कार्डिक सर्जरी
बदलते लाइफस्टाइल ने निवेशकों के लिए हैल्थकेयर एक ल्यूक्रेटिव सेक्टर बना दिया है। पिछले साल फिक्की और केपीएमजी ने एक रिपोर्ट में कहा था कि भारत के हेल्थकेयर सेक्टर में काफी अवसर हैं। ये सेक्टर आने वाले समय में प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल कंपनियों के निवेशकों के लिए सबसे आकर्षक टार्गेट बनने वाला है। वित्त वर्ष 2015 में नारायण हृदायालय ने 51,456 कार्डियोलोजी प्रोसिजर, 14,036 कार्डिक सर्जरी और 184,443 डाएलेसिस प्रोसिजर किए हैं। वित्त वर्ष 2015 में कार्डियोलॉजी और कार्डिक सर्जरी से इनबिल्ड पेशेंट का रेवेन्यु 54.31 फीसदी दर्ज किया गया। भारत में कार्डियोवस्कुलर बीमारी सबसे बड़ी और खतरनाक बीमारियों में से एक है। इसके कारण सालाना 25 लाख मृत्यु होती हैं। दिसंबर में शेट्टी ने कहा था कि भारत को एक साल में 20 लाख हार्ट सर्जरी की जरूरत है। भारत के कुल हार्ट अस्पताल एक साल में 120,000 से 130,000 हार्ट सर्जरी कर पाते हैं। बाकि पेशेंट पिड़ित ही रह जाते हैं।
Source: Quartz India