नई दिल्ली। निवेशकों के मजबूत सेंटीमेट्स के बीच भारतीय कंपनियों ने चालू कैलेंडर वर्ष के पहले नौ माह जनवरी-सितंबर में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से 9.7 अरब डॉलर की राशि जुटाई है। यह नौ माह की अवधि का दो दशक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। कंसल्टेंसी फर्म ईवाई की रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी-सितंबर के दौरान भारतीय बाजार में कुल 72 आईपीओ आए। इस दौरान घरेलू के साथ वैश्विक बाजारों की धारणा भी काफी मजबूत रही। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 की तीसरी तिमाही तक वैश्विक आईपीओ बाजार में काफी तेजी रही है। ये सौदों की संख्या तथा राशि के हिसाब से पिछले 20 साल का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। भारत में 2021 के पहले नौ माह में कंपनियों ने 72 आईपीओ के जरिये 9.7 अरब डॉलर जुटाए। ‘‘यह पिछले 20 साल का सबसे ऊंचा आंकड़ा है।’’’ इससे पहले 2018 में भारत में साल के पहले नौ माह में 130 आईपीओ आए थे। सितंबर, 2021 में समाप्त तिमाही में भारतीय कंपनियों ने 31 आईपीओ के जरिये पांच अरब डॉलर से अधिक की राशि जुटाई।
इनमें से आठ आईपीओ विविध औद्योगिक उत्पादों से संबंधित तथा पांच प्रौद्योगिकी खंड से थे। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘तीसरी तिमाही में इन क्षेत्रों के आईपीओ से सबसे ऊंची राशि जुटाई गई। राशि के हिसाब से तीन सबसे बड़े आईपीओ जोमैटो, नुवोको विस्टास कॉर्प तथा केमप्लास्ट सनमार के रहे।’’ ईवाई के उभरते बाजार, प्रौद्योगिकी, मीडिया और दूरसंचार लीडर प्रशांत सिंघल ने कहा कि भारतीय आईपीओ बाजार में काफी तेजी है। ‘‘2017 की चौथी तिमाही के बाद से यह आईपीओ की दृष्टि से सबसे सक्रिय तिमाही रही।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगली तिमाहियों के लिए परिदृश्य सकारात्मक है। इस दौरान कई नए अर्थव्यवस्था और प्रौद्योगिकी आधारित आईपीओ आने की उम्मीद है। शेयर बाजार अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर हैं जिससे प्राथमिक बाजार को प्रोत्साहन मिल रहा है।’’