नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक का जून में समाप्त वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 21.16 प्रतिशत बढ़कर 372.40 करोड़ रुपए रहा। चेन्नई के इस बैंक को वित्त वर्ष 2016-17 की समान तिमाही में 307.35 करोड़ रुपए का एकल शुद्ध लाभ हुआ था।
बीएसई को दी गई सूचना में बैंक ने बताया कि जून में समाप्त तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 4,788.04 करोड़ रुपए हो गई, जबकि सालभर पहले इसी तिमाही में उसकी कुल आय 4,512.96 करोड़ रुपए रही थी। इस बैंक की गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) सालभर पहले के 6.97 प्रतिशत से बढ़कर 7.21 प्रतिशत हो गईं। हालांकि शुद्ध एनपीए घटकर कुल कर्ज का 4.05 प्रतिशत रह गया। पिछले साल यह 4.48 प्रतिशत था। वर्तमान वित्त वर्ष की पहली तिमाही में फंसे कर्ज के लिए प्रावधान 681.93 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 327.42 करोड़ रुपए था।
डीएचएफएल का शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 29% बढ़ा
ऋण कारोबार करने वाली कंपनी डीएचएफएल का जून में समाप्त तिमाही में शुद्ध लाभ 29 प्रतिशत वृद्धि के साथ 260 करोड़ रुपए रहा। ऋण कारोबार में तेजी आने से यह वृद्धि आई। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की इस अवधि में 201.4 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जति किया था। इस तिमाही उसकी कुल आय बढ़कर 2,408 करोड़ रुपए हो गई। सालभर पहले समान तिमाही में कंपनी की आय 1,956 करोड़ रुपए थी।
कंपनी के बकाये कर्ज में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के 63,646.6 करोड़ रुपए से बढ़कर इस साल की पहली तिमाही में 76,225 करोड़ रुपए हो गया। डीएचएफएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक कपिल वाधवान ने बताया कि कंपनी ने इस तिमाही में 8,237 करोड़ रुपए का ऋण वितरण एवं 10,863 करोड़ रुपए की ऋण मंजूरियां प्रदान की, जो पिछले साल की इसी तिमाही से क्रमश: 33 प्रतिशत और 23 प्रतिशत अधिक है। कंपनी की प्रबंधन परिसंपत्तियां जून में समाप्त तिमाही में 23 प्रतिशत बढ़कर 88,236 करोड़ रुपए हो गईं।
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