जून तिमाही में इंडियन बैंक का मुनाफा 3 गुना बढ़कर 1182 करोड़ रुपये, एसेट क्वालिटी सुधरी
बैंक का ग्रॉस एनपीए 30 जून, 2021 को समाप्त तिमाही में घटकर 9.69 प्रतिशत रहा। एक साल पहले जून, 2020 में यह 10.90 प्रतिशत पर था
नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में 3 गुना से ज्यादा बढ़कर 1,182 करोड़ रुपये रहा। बैंक ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में उसे 369 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। इंडियन बैंक की कुल आय चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बढ़कर 11,500 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 11,446.71 करोड़ रुपये थी। बैंक की ब्याज आय तिमाही के दौरान पांच प्रतिशत घटकर 9,624 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 की पहली तिमाही में 10,120 करोड़ रुपये थी। बैंक का ग्रॉस एनपीए 30 जून, 2021 को समाप्त तिमाही में घटकर 9.69 प्रतिशत रही। एक साल पहले जून, 2020 में यह 10.90 प्रतिशत थी। शुद्ध एनपीए 2021-22 की पहली तिमाही में घटकर 3.47 प्रतिशत रहा जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 3.76 प्रतिशत था।
एचडीएफसी लाइफ का पहली तिमाही का शुद्ध लाभ 33 प्रतिशत घटा
वहीं दूसरी तरफ एचडीएफसी लाइफ का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही का शुद्ध लाभ 33 प्रतिशत घटकर 302 करोड़ रुपये रह गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 451 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। बीमा कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि 2021-22 की पहली तिमाही में उसका कुल प्रीमियम 31 प्रतिशत बढ़कर 7,656 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 5,863 करोड़ रुपये रहा था। अप्रैल-जून की तिमाही में बीमा कंपनी के नवीकरण प्रीमियम में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एचडीएफसी लाइफ ने पहली तिमाही में महामारी के प्रभाव पर कहा कि दूसरी लहर के दौरान कंपनी के मृत्यु दावे पहली लहर की तुलना में तीन-चार गुना बढ़ गए। इस दौरान कंपनी ने 70,000 दावों का निपटान किया। कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसने सकल और शुद्ध रूप से क्रमश: 1,598 करोड़ रुपये और 956 करोड़ रुपये के दावों का निपटान किया।
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