वॉशिंगटन। भारत वर्तमान में डिजिटल परिवर्तन के रोमांच के दौर से गुजर रहा है और पूरी दुनिया को भारत की इस यात्रा से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। यह कहना है अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का। IMF ने अपनी नई किताब में देश की डिजिटल क्रांति को लेकर की गई केस स्टडी को शामिल भी किया है। IMF के वित्त विभाग के निदेशक विटोर गैस्पर के मुताबिक, IMF की किताब का शीर्षक डिजिटल रेवोल्यूशन इन पब्लिक फाइनेंस होगा। उन्होंने किताब का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें बताया गया है कि सार्वजनिक वित्त के क्षेत्र में डिजिटल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किस तरह से हो रहा है। किताब में एक केस स्टडी भारत की भी है।
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IMF के गैस्पर के मुताबिक, वर्तमान में भारत डिजिटल क्रांति के क्षेत्र में ‘एक वैकल्पिक और रोमांच’ के दौर से गुजर रहा है, जिसमें नई तकनीक के साथ सार्वजनिक प्रशासन में डिजिटल प्रौद्योगिकी और डिजिटल रिकॉर्ड का उपयोग किया जा रहा है। इसमें वित्तीय समावेशन और बायेमैट्रिक्स तकनीक का उपयोग शामिल है। गैस्पर ने कहा कि इन नवीन प्रौद्योगिकियों को जोड़ने से संभंव है कि भारत में कार्यक्रमों-खासकर ग्रामीण आबादी से जुड़े कार्यक्रमों- में सुधार किया जा सके।
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उन्होंने कहा कि भारत में डिजिटल परिवर्तन की प्रक्रिया में पहले से बेहतर लक्ष्यीकरण और कीमत का बेहतर मूल्य (वैल्यू फॉर मनी) देने की पेशकश की गई है। गैस्पर ने कहा कि IMF को लगता है कि भारत जिस मार्ग पर चल रहा है उससे हमें काफी कुछ सीखने को मिल सकता है और हम इसका करीबी से अनुसरण कर रहे हैं।
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