नई दिल्ली। बेरोजगार लोगों और अपनी नौकरी बदलने वालों के दिन अच्छे आने वाले हैं। देश की अर्थव्यवस्था में तेजी बनी रहने की संभावनाओं के बीच भारत में नए रोजगार के अवसरों की बाढ़ आने वाली है। एक ताजा सर्वे के मुताबिक 2016 में नौकरी देने के मामले में सबसे ज्यादा तेजी आएगी। सीएफओ रिसर्च के साथ अमेरिकन एक्सप्रेस द्वारा किए गए 9वें वार्षिक ग्लोबल बिजनेस और स्पेनडिंग मॉनीटर सर्वे में कहा गया है कि 83 फीसदी भारतीय कार्यकारियों को उम्मीद है कि उनकी कंपनी और अधिक कर्मचारियों की भर्ती करेगी, जबकि 52 फीसदी लोगों का मानना है कि उनकी कंपनी में 10 फीसदी ज्यादा नई भर्तियां होंगी।
भारत में अर्थव्यवस्था के विकास को लेकर संभावनाएं बहुत ज्यादा सकारात्मक हैं और कंपनियां यहां नई भर्तियों को लेकर तैयार दिख रही हैं। अमेरिकन एक्सप्रेस ग्लोबल कॉरपोरेट पेमेंट्स कंट्री बिजनेस हेड सारू कौशल का कहना है कि यह सर्वे दुनियाभर की बड़ी कंपनियों के वरिष्ठ वित्तीय और कॉरपोरेट कार्यकारियों के बीच किया गया। इस सर्वे में वित्तीय कार्यकारियों ने कहा कि 2016 में उनकी कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या औसतन 9 फीसदी बढ़ाएंगी, जबकि अमेरिका, मेक्सिको और भारत में यह संख्या 13 फीसदी रहेगी। हालांकि, कौशल की कमी की वजह से भारतीय कंपनियों में भर्ती की प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 10 में से 7 भारतीय कार्यकारियों का कहना है कि उनकी कंपनी का प्रदर्शन सेल्स और मार्केटिंग में सक्षम कर्मचारी की नियुक्ति न होने के कारण प्रभावित हो रहा है। 60 फीसदी लोगों ने कहा कि उनकी कंपनी को अधिक कुशल और विशेषज्ञ कर्मचारियों की भर्ती में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
तकरीबन 50 फीसदी लोगों ने कहा कि आईटी स्टाफ, एडमिनिस्ट्रेशन और सपोर्ट स्टाफ को भर्ती करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। सर्वे में आगे कहा गया है कि 60 फीसदी कार्यकारियों का कहना है कि कर्मचारियों को आकर्षित करने या उन्हें अपने साथ बनाए रखने के लिए वेतन में बढ़ोतरी होगी।
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