नई दिल्ली। एप आधारित टैक्सी सेवा प्रदाता उबर ने हाल ही में सउदी अरब के सरकारी संपत्ति कोष से 3.5 अरब डॉलर की राशि जुटाई है। कंपनी इस राशि का एक बड़ा हिस्सा भारत में निवेश करेगी। उबर की कोशिश स्थानीय प्रतिद्वंदी ओला को पछाड़ने की है।
उबर का बाजार पूंजीकरण 62.5 अरब डॉलर आंका गया है और इसी के चलते उसने सउदी अरब के सरकारी संपत्ति कोष से 3.5 अरब डॉलर जुटाए हैं। उबर इंडिया के अध्यक्ष अमित जैन ने कहा, इसका एक बड़ा हिस्सा भारत के लिए होगा। पिछले दो सालों में हमने निश्चित तौर पर वृद्धि दर्ज की है और भारतीय बाजार में अभी भी तेजी बनी हुई है, जहां हम एक मानक वृद्धि दर्ज करने के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह एक वैश्विक कोष है और इसका प्रयोग रणनीतिक तरीके से किया जाएगा।
पिछले साल जुलाई में उबर ने भारत में अपनी सेवाओं के विस्तार पर 1 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी। इसने 5 करोड़ डॉलर के साथ हैदराबाद में एक रिस्पॉन्स और सपोर्ट सेंटर की भी स्थापना की है। उबर, जिसका भारत में सॉफ्टबैंक समर्थित ओला से सीधा मुकाबला है, ने कहा है कि 2015 में उसने 26 गुना ज्यादा वृद्धि हासिल की है। अमेरिका और चीन के बाद उबर के लिए भारत तीसरा सबसे बड़ा बाजार है। इसलिए कंपनी का फोकस यहां बिजनेस बढ़ाने पर है। दुनियाभर में उबर 460 शहरों में मौजूद है। चीन में भी उबर को अलीबाबा समर्थित दीदी क्वेदी से प्रतिस्पर्धा करनी पड़ रही है। रोचक बात यह है कि दीदी ने ओला में रणनीतिक निवेश किया है।
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