नई दिल्ली। डॉयचे बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.5 फीसदी रहने की उम्मीद है। यह बैंक द्वारा पहले लगाए गए 7.6 फीसदी की वृद्धि दर के अनुमान से मामूली कम है। बैंक के अनुसार वृद्धि से जुड़े पैमाने जैसे कि पीएमआई, औद्योगिक उत्पादन, गैर तेल एवं गैर स्वर्ण आयात इत्यादि तिमाही आधार पर जनवरी-मार्च के स्तर के मुकाबले अप्रैल-जून में स्थिर रहे हैं या नीचे आए हैं जबकि इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में महंगाई का दबाव बढ़ा है।
रिजर्व बैंक द्वारा जारी पेशेवर आकलनकर्ताओं के सर्वेक्षण के ताजा परिणाम से सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि का पहले वर्तमान वित्त वर्ष में 7.6 फीसदी और 2017-18 में 7.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था। यह सर्वेक्षण मई में हुआ था इसलिए इसमें ब्रेक्जिट के परिणामों का आकलन नहीं किया गया। डॉयचे बैंक के अनुसार इस साल वृद्धि के 7.5 फीसदी पर रहने की उम्मीद है जबकि बैंक ने पहले यह अनुमान 7.6 फीसदी रहने की उम्मीद जताई थी। इसी तरह 2017-18 के लिए वृद्धि का अनुमान पहले के 7.8 फीसदी की बजाय अब 7.6 फीसदी रहने का है।
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