सिंगापुर। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि डिजिटलीकरण और वित्तीय गतिविधियों तथा कारोबार के संगठित होने के साथ भारत कारोबार के लिए बेहद आकर्षक गंतव्य बन रहा है। वित्त मंत्री ने यहां फिनटेक फेस्टिवल में कहा कि मौजूदा डिजिटलीकरण की प्रक्रिया में आधार योजना की प्रमुख भूमिका है। इसके साथ ही वित्तीय समावेशन तथा नोटबंदी के साथ डिजिटल पारिस्थितकी तंत्र में भारी सुधार तथा एक जुलाई, 2017 से माल एवं सेवा कर (जीएसटी) की शुरुआत ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
जेटली ने कहा कि डिजिटलीकरण तथा कारोबारी गतिविधियों के संगठित होने से भारत अब कारोबार की दृष्टि से बेहद आकर्षक स्थल में बदल रहा है। जेटली ने इस मौके पर विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार का भी जिक्र किया। 31 अक्टूबर को जारी इस रैंकिंग में भारत 30 पायदान की छलांग के साथ 100वें स्थान पर पहुंच गया है।
हालांकि, इसके साथ ही जेटली ने स्वीकार किया कि नोटबंदी और जीएसटी जैसी रणनीतिक पहल के क्रियान्वयन में कुछ लघु अवधि की चुनौतियां आ रही हैं। हालांकि, इसके साथ ही जेटली ने कहा कि लेकिन मेरे मन में इस बात को लेकर जरा भी संदेह नहीं है कि मध्यम से दीर्घावधि में इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को दीर्घावधि का लाभ मिलेगा।
वित्त मंत्री ने भारतीय अर्थव्यवस्था की बड़ी तस्वीर पेश करते हुए कहा कि यह बेहतर तरीके से आगे बढ़ रही है। औपचारिक तथा अनौपचारिक अर्थव्यवस्था के एकीकरण तथा संरचनात्मक बदलावों के अलावा कर दायरा भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पहले जहां बड़े पैमाने पर लेनदेन नकदी से होते थे, अब वे बैंकिंग प्रणाली के जरिये डिजिटल तरीके से हो रहे हैं।
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