कोरोना संकट से मार्च में घरेलू सर्विस सेक्टर में गिरावट, आगे दबाव बढ़ने की आशंका
सितंबर 2019 के बाद मार्च में पहली बार सर्विस सेक्टर की कंपनियों के ऑर्डर बुक में गिरावट
नई दिल्ली। देश के सर्विस सेक्टर की गतिविधियों में मार्च के महीने के दौरान गिरावट दर्ज की गई है। कंपनियों के बीच किए जाने वाले मासिक सर्वेक्षण आईएचएस मार्किट इंडिया सर्विसेस बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स’ यानि सर्विस PMI इंडेक्स मार्च के महीने में 49.3 के स्तर पर रहा है। फरवरी के दौरान ही सर्विस PMI 85 महीनों के उच्च स्तर 57.5 के स्तर पर पहुंच गया था । पीएमआई इंडेक्स का 50 अंक से नीचे रहना गतिविधियों में गिरावट जबकि 50 अंक से ऊपर रहना बढ़त के रुख को दिखाता है।
सर्वेक्षण के लिए आंकड़े 12 से 27 मार्च के बीच जुटाए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना वायरस के सामुदायिक फैलाव को रोकने के लिए 14 अप्रैल तक 21 दिन का लॉकडाउन की घोषणा की है। इस वजह से सेवा क्षेत्र की मांग में व्यापक कमी देखी गयी है। आईएचएस मार्किट के अर्थशास्त्री जो हाएस ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के भारतीय सेवा क्षेत्र पर असर का अब तब पूरी तरह आकलन नहीं किया जा सका है। निश्चित तौर पर अभी और बुरी स्थिति होनी बाकी है। लॉकडाउन की वजह से देशभर में दुकानें बंद हैं। इससे सेवा क्षेत्र पर भारी दबाव है।
सर्वेक्षण के मुताबिक घरेलू मांग में कमी के साथ-साथ सेवाओं का निर्यात भी कोरोना वायरस की वजह से प्रभावित हुआ है। सितंबर 2019 के बाद सेवा क्षेत्र की भारतीय कंपनियों की ऑर्डर बुक में मार्च में पहली बार गिरावट देखी गयी। हाएस ने कहा कि सार्वजनिक बंद से सामने आने वाली आर्थिक चुनौती से निपटने का दबाव अब पूरी तरह सरकार पर होगा।