नई दिल्ली। देश का कच्चे इस्पात का उत्पादन चालू साल 2021 के पहले दो माह जनवरी-फरवरी में एक प्रतिशत घटकर 1.91 करोड़ टन रह गया। वर्ल्डस्टील ने यह जानकारी दी है। इससे पिछले साल की समान अवधि में देश का कच्चे इस्पात का उत्पादन 1.89 करोड़ टन रहा था। विश्व इस्पात संघ (वर्ल्डस्टील) के अनुसार, जनवरी-फरवरी, 2021 में 64 देशों का इस्पात उत्पादन पांच प्रतिशत बढ़कर 31.31 करोड़ टन पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 29.77 करोड़ टन रहा था। ये 64 देश ही वर्ल्डस्टील को इस्पात उत्पादन के आंकड़े उपलब्ध कराते हैं। पिछले कुछ समय से कोरोना महामारी को लेकर जारी अनिश्चितता बढ़ने से मांग पर प्रतिकूल अस देखने को मिल रहा है।
जनवरी-फरवरी, 2021 में चीन का इस्पात उत्पादन सालाना आधार पर 8.86 प्रतिशत बढ़कर 17.32 करोड़ टन पर पहुंच गया। पिछले साल समान अवधि में चीन ने 15.91 करोड़ टन इस्पात का उत्पादन किया था। इसी अवधि में जापान का इस्पात उत्पादन छह प्रतिशत घटकर 1.5 करोड़ टन रह गया, जो पिछले साल के पहले दो माह में 1.61 करोड़ टन रहा था। इसी तरह अमेरिका का उत्पादन भी एक साल पहले की समान अवधि के 1.49 करोड़ टन से घटकर 1.32 करोड़ टन रह गया। रूस का उत्पादन बढ़कर 1.24 करोड़ टन पर पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 1.16 करोड़ टन रहा था। दक्षिण कोरिया का उत्पादन मामूली बढ़कर 1.15 करोड़ टन पर पहुंच गया, जो एक साल पहले समान अवधि में 1.12 करोड़ टन रहा था। तुर्की ने समीक्षाधीन अवधि में 64 लाख टन कच्चे इस्पात का उत्पादन किया। जनवरी-फरवरी, 2020 में उसका उत्पादन 59 लाख टन रहा था। इस दौरान जर्मनी का इस्पात उत्पादन 64 लाख टन, ब्राजील का 58 लाख टन और ईरान का 53 लाख टन रहा।
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