नई दिल्ली। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि भारतीय कृषि ने कोविड-19 महामारी के दौरान अच्छा प्रदर्शन किया और 2020-21 के दौरान 30.5 करोड़ टन खाद्यान्नों का अब तक का सर्वाधिक उत्पादन किया। इस दौरान अनाज का अब तक का सर्वाधिक निर्यात कर भारत ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा में योगदान किया। कृषि मंत्री ने कहा कि भारत कृषि में अपने जबरदस्त वृद्धि के साथ अपने काम करने की सबसे अच्छे तरीकों को दूसरे देशों के साथ साझा करने के साथ साथ अन्य विकासशील देशों की क्षमताओं को बढाने में मदद जारी रखेगा।
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के 42वें सत्र को आभासी रूप से संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘भारत के लिए कृषि हमेशा से एक उच्च प्राथमिकता रही है, और भारत सरकार हमेशा किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं के प्रति सचेत है और जलवायु परिवर्तन से निपटने और जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावी कदम उठा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों के लिए कृषि को मजबूत बनाने के लिए तकनीकों को विकसित करने, प्रदर्शित करने और प्रसारित करने के लिए एक राष्ट्रीय मिशन के तहत विभिन्न परियोजनाएं शुरू की हैं, उन्होंने कहा कि भारत बड़े पैमाने पर जैविक खेती को बढ़ावा दे रहा है।
कृषि मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि कृषि उत्पादकता में सुधार, भूख और कुपोषण को समाप्त करने के लिए सभी सदस्य देशों के साथ एफएओ के अथक प्रयास दुनिया को सुरक्षित और स्वस्थ स्थान बनाने में लम्बी भूमिका निभाएंगे।’’ तोमर ने कहा, "नीति निर्माताओं की दूरदृष्टि, हमारे कृषि वैज्ञानिकों के ज्ञान-अनुसंधान , हमारे किसानों के श्रम का परिणाम है कि भारत खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर है।" तोमर ने कहा कि भारत कई कृषि जिंसों का एक प्रमुख उत्पादक या दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। तोमर ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित करने के भारतीय प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए एफएओ के समर्थन को माना है।
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