नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी की वजह से 2020 में उपभोक्ता खर्च में गिरावट आई है, लेकिन अगले साल यानी 2021 में परिवारों का खर्च बढ़ेगा। फिच सॉल्यूशंस ने सोमवार को कहा कि 2021 में उपभोक्ता खर्च में 6.6 प्रतिशत की वृद्धि होगी। चालू साल यानी 2020 में उपभोक्ता खर्च में 12.6 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। फिच ने कहा, ‘‘2021 में उपभोक्ता खर्च में वृद्धि सकारात्मक होगी, लेकिन हमारा मानना है कि ज्यादातर देशों की तुलना में यह सुस्त रहेगी, क्योंकि 2020 में इसमें बड़ी गिरावट आई है।’’
फिच का अनुमान है कि बेरोजगारी ऊंचे स्तर पर बनी रहेगी, वहीं सरकार के समर्थन उपाय कितने प्रभावी रहते हैं, इसपर सवाल बने हुए हैं। फिच सॉल्यूशंस ने कहा, ‘‘उपभोक्ता खर्च कोविड-पूर्व के स्तर पर 2021 की दूसरी छमाही और 2022 में ही पहुंच पाएगा।’’ उसने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि भारत में परिवारों का खर्च 2021 में बढ़ेगा। 2020 में महामारी की वजह से इसमें भारी गिरावट आने का अनुमान है।’’ फिच सॉल्यूशंस ने कहा कि मूल्य के हिसाब से परिवारों का खर्च 2021 में 123 लाख करोड़ रुपये रहेगा। यह 2019 के 121.6 लाख करोड़ रुपये की तुलना में मात्र 1.2 प्रतिशत अधिक है। इससे पता चलता है कि कोविड-19 महामारी की वजह से उपभोक्ता खर्च कितनी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उसने कहा कि उपभोक्ता खर्च की सभी श्रेणियां 2021 में सकारात्मक वृद्धि दर्ज करेंगी।
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