अप्रैल में कोयला आयात 30% बढ़कर 2.2 करोड़ टन पर, मॉनसून से पहले भंडारण का असर
पिछले साल अप्रैल में भारत का कोयला आयात 1.70 करोड़ टन रहा था। अप्रैल में कुल आयात में नॉन-कोकिंग कोयले का हिस्सा 1.53 करोड़ टन रहा है
नई दिल्ली। देश का कोयला आयात अप्रैल में 30.3 प्रतिशत बढ़कर 2.22 करोड़ टन पर पहुंच गया। आपूर्ति चिंता तथा मानसून से पहले कोयले का भंडारण करने की वजह से आयात बढ़ा है। एमजंक्शन सर्विसेज के अस्थायी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। पिछले साल अप्रैल में भारत का कोयला आयात 1.70 करोड़ टन रहा था। एमजंक्शन सर्विसेज ने कहा, ‘‘अप्रैल, 2021 में प्रमुख और गैर-प्रमुख बंदरगाहें से भारत का कोयला और कोक आयात पिछले साल के समान महीने से 30.3 प्रतिशत बढ़ा है। अप्रैल, 2021 में आयात 2.22 करोड़ टन रहा है, जो इससे पिछले साल समान महीने में 1.70 करोड़ टन था।’’
एमजंक्शन सर्विसेज लि.के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय वर्मा ने कहा, ‘‘मानसून से पहले भंडारण की मांग और आपूर्ति चिंता के बीच समीक्षाधीन महीने में कोयला आयात बढ़ा है। हाल के समय में आपूर्ति प्रभावित होने से वैश्विक बाजारों में कोयले की कीमतें बढ़ी हैं।’’ एमजंकशन टाटा स्टील और सेल का संयुक्त उद्यम है। यह एक बी2बी ई-कॉमर्स कंपनी है जो कोयले पर शोध रपट भी प्रकाशित करती है। अप्रैल में कुल आयात में नॉन-कोकिंग कोयले का हिस्सा 1.53 करोड़ टन रहा, जो पिछले साल समान महीने में 1.22 करोड़ टन था। वहीं इस दौरान कोकिंग कोयले का आयात बढ़कर 47.4 लाख टन पर पहुंच गया, जो अप्रैल, 2020 में 32.3 लाख टन था। वित्त वर्ष 2020-21 में कुल कोयला और कोक आयात 21.59 करोड़ टन रहा, जो 2019-20 के 24.71 करोड़ टन से 12.6 प्रतिशत कम है।
वहीं इससे पहले आए आंकड़ों के मुताबिक सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. (सीआईएल) की कोयला आपूर्ति मई में 38 प्रतिशत बढ़कर 5.5 करोड़ टन पर पहुंच गयी। बिजली क्षेत्र की मांग में सुधार से कोल इंडिया की आपूर्ति बढ़ी है। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने कहा, ‘‘बिजली क्षेत्र की कोयले की मांग सुधरने से कोल इंडिया ने किसी भी साल के मई माह के लिए अब तक सबसे अधिक 5.5 करोड़ टन का उठाव (आपूर्ति) का आंकड़ा दर्ज किया है। यदि कोविड-19 से पहले से तुलना की जाए, तो भी मई का उठाव का आंकड़ा 5.8 प्रतिशत बेहतर है। मई, 2019 में कोयले का उठाव 5.2 करोड़ टन रहा था। मई में बिजली क्षेत्र को कोल इंडिया की आपूर्ति 41 प्रतिशत बढ़कर 4.4 करोड़ टन पर पहुंच गई। पिछले साल मई की तुलना में कोल इंडिया ने बिजली क्षेत्र को 1.3 करोड़ टन की अधिक आपूर्ति की है।
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