नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-नवंबर अवधि के दौरान देश का कोयला आयात 17 प्रतिशत कम होकर 1,371.6 लाख टन पर आ गया। एमजंक्शन ने इसकी जानकारी दी। देश ने साल भर पहले की समान अवधि में 1,653.5 लाख टन कोयले का आयात किया था। एमजंक्शन एक बी2बी ई-वाणिज्य कंपनी है। यह टाटा स्टील और सेल का संयुक्त उद्यम है। यह कोयला और इस्पात क्षेत्र को लेकर शोध रिपोर्टों का प्रकाशन भी करती है। एमजंक्शन ने कहा कि नवंबर महीने को देखा जाये तो इस दौरान भी देश का कोयला आयात पिछले वित्त वर्ष के 217.2 लाख टन से कम होकर 203.5 लाख टन पर आ गया। उसने कहा, ‘‘नवंबर 2020 में प्रमुख व अन्य बंदरगाहों से भारत का कोयला व कोक आयात नवंबर 2019 की तुलना में 6.3 प्रतिशत कम हुआ।’’
नवंबर के कुल आयात में गैर- कोकिंग कोयला 137.7 लाख टन रहा, जो साल भर पहले 153.2 लाख टन था। इस दौरान कोकिंग कोयला आयात साल भर पहले के 40.9 लाख टन से बढ़कर 42.8 लाख टन रहा। एमजंक्शन ने कहा कि अप्रैल से नवंबर अवधि के दौरान गैर कोकिंग कोयला आयात पिछले वित्त वर्ष के 1,140.5 लाख टन की तुलना में कम होकर 914.4 लाख टन पर आ गया। इस दौरान कोकिंग कोयले का आयात 327.2 लाख टन से कम होकर 281.8 लाख टन रह गया।
दिसंबर के अंत में सरकार ने कहा था कि देश में कोयले का मौजूदा उत्पादन घरेलू मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। हालांकि, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कोयला उत्पादक देश है। कोयला भंडार के मामले में भारत दुनिया में पांचवें स्थान पर है। कोयला मंत्रालय ने बयान में कहा कि फिलहाल भारत 72.9 करोड़ टन कोयले का उत्पादन कर रहा है, लेकिन घरेलू उत्पादन देश की कोयला मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है।
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